बुधवार, 30 अप्रैल 2014
बापूजी के खिलाफ जो कार्य(साजिस) होते हैं वो सब मै ऐसे बोलना चाहूँगा की वो हिन्दू-विरोधी हैं। जो कुछ भी बापूजी के खिलाफ (कार्य) होते है, वे चुनाव के पहले होंगे और सिर्फ और सिर्फ हिन्दुओं के, जो एक वोटबैंक बोलते है उनके खिलाफ करने के कारण होते हैं यह सब ।
आज मिडिया में नैतिक मुल्यों की कमी है। आज वे एकतरफी खबर दिखाते हैं और दूसरा पक्ष नहीं दिखाते। केवल नकारात्मक न्युज दिखाई जाती है लोगो को, सकारात्मक नहीं दिखाई जाती ।
मै आपको एक छोटी सी घटना बताना चाहता हूँ । अमृत प्रजापति जो आश्रम में 18 साल से जुड़े हुए थे । उनका मुजे और मेरी माताजी को अनुभव है। मेरी माताजी को पीठ की हड्डी की तकलीफ थी। हम बापूजी से जुडे थे इसलिए हमने आयुवेदिक इलाज के लिए सोचा । अमृत भाई (उस समय आश्रम के वैद्य थे) के वहाँ हम गये। उन्होने हमे सुजाव बताया कि आपको मलाड-गोरेगाँव में स्थित अस्पताल में 4 दिन का वैद्यकीय इलाज कराना होगा। वहाँ पर हमे पता चला कि खर्चा 35000 रु. का होगा। हमने थोड़ा इंतजार किया। फिर हमको पता चला कि अमृतभाई का उस अस्पताल से सीधा संबंध था उनको वहाँ से कमिशन मिलता था और आश्रम का उस अस्पताल से कोई संबंध नहीं था।
धोकाधड़ी के कारण आश्रम से निकाला गया वही वैद्यराज आज मिडिया के लिए एकदम हिरो है, यह सच बात है । वह 18 साल से आश्रम मे रहकर वही पर धोका कर रहा था, आज मीडिया को गाइड(मार्गदर्शन) और राइड(शासन) कर रहा है । मीडिया जो वह कहता है वही सच मानती है बाकी सब झूठ मानती है। जो बापूजी हमारे पिछले 60 साल से सेवाकार्य कर रहे है उसे मीडिया गलत दिखा रही है, और धोकेबाज़ अमृत प्रजापति की सब बात को सच मान रही है ।
बापूजी के खिलाफ हिन्दू-विरोधी कुप्रचार करवा रहे है । आज धर्मांतरण करने वालों पर बापूजी की वजह से रोक लगी है। इसलिए ये धर्मांतरण वाले आज बापूजी के खिलाफ उनके आश्रम से धोका करने की वजह से निकाले हुए लोगों को खड़ा करके बापूजी की छबी खराब करने का प्रयत्न कर रहे हैं। आज हम लोगों ने आंतरिक शांति को पीछे रखते हुए टैक्नोलॉजी को मुख्य प्राधान्य दिया है, और मानसिक शांति को कम प्राधान्य दिया है। इसका परिणाम यह है की टैक्नॉलॉजी केवल शारिरीक बिमारीयाँ ठीक करेगी पर मानसिक अशांति, तनाव और समस्या जो एक-दूसरे के व्यवहार में आ रही है उसके लिए तो कोई भी दवाई, विज्ञान या टैक्नॉलॉजी काम नहीं आयेगी । वह इलाज केवल अपना धर्म और बापूजी जैसे संत ही दे पायेगे। बापूजी का सत्संग आपको मन की शांति, आपका अच्छा स्वभाव और शारीरीक स्वस्थता देने मे सक्षम है। अगर आप देखेंगे तो हम अपना पूरा परिवार मिल-जुल के नहीं रह पाते पर बापूजी के सत्संग से हम सीख लेकर साथ मे प्यार से रह सकते है। आजकल जो नये शादीशुदा कपल (जोडे) होते हैं वे भी साथ नहीं रह पाते, पर बापूजी जैसे संतों से प्राप्त हुई नैतिक शिक्षा की वजह से आज भी संयुक्त कुटुंब में हम लोग जी सकते हैं।
युवावर्ग के लिए संदेश है कि मिडिया के द्वारा किये जाने वाले कुप्रचार पर विश्वास न रखते हुए केवल एक बार बापूजी के आश्रम-सत्संग-शिविर में जाके देखोगे तो आपको बिलकुल अलग अनुभव होगा जो पक्ष मिडिया ने आजतक कभी दिखाया नहीं है।
74 वर्षीय संत पर जो आरोप लगाए है उसे कोई भी मान ही नहीं सकता । आरोप एक भी सिद्ध करके दिखाओ यदि आपमे सच्चाई है तो ।
मै यह कहता हूँ की अपना कानून बहुत कमजोर है। उनका सिर्फ ऐसा है, की पहले आप केवल एफ़आईआर दर्ज करो और तुरंत कार्यवाही शुरु हो जाती है। मेडिकल रिपोर्ट और एफ़आईआर की सच्चाई को न देखते हुए केवल एफ़आईआर दर्ज होने के आधार पर ही कार्यवाही शुरु कर दी जाती हैं। उस कार्यवाही के लिए वे किसी से भी पूछताछ के बहाने प्रताड़ित कर सकते हैं। इसी सिद्धान्त पर हमारे निर्दोष संत श्री आशारामजी बापू को इतने महीने से जैल मे प्रताड़ित किया जा रहा है । और यह स्पष्ट है की पुलिस अब घबराई हुई है, आरोप पत्र क्या डाले इस विषय पर । क्यो? कारण यह है की उनको कुछ भी बापूजी के खिलाफ एक भी गलत चिजे नहीं मिली है । पुलिस हकीकत जानती है की बापूजी निर्दोष है । एफ़आईआर दिल्ली मे की गयी है वह एक विचार ने वाली बात है , मेडिकल रिपोर्ट मे रैप का कोई प्रमाण नहीं मिला है । फिर भी पुलिस को मजबूरन कार्यवाही बापूजी के खिलाफ करनी पड़ रही है । पुलिस और कानून दोनों बिलकुल असहाय है । हमे कानून के इस पहलू पर विचार करना चाहिए और इसका कोई निराकरण करना चाहिए ताकि बापूजी की तरह और लोगो को भुगतना ना पड़े ।
आज मिडिया में नैतिक मुल्यों की कमी है। आज वे एकतरफी खबर दिखाते हैं और दूसरा पक्ष नहीं दिखाते। केवल नकारात्मक न्युज दिखाई जाती है लोगो को, सकारात्मक नहीं दिखाई जाती ।
मै आपको एक छोटी सी घटना बताना चाहता हूँ । अमृत प्रजापति जो आश्रम में 18 साल से जुड़े हुए थे । उनका मुजे और मेरी माताजी को अनुभव है। मेरी माताजी को पीठ की हड्डी की तकलीफ थी। हम बापूजी से जुडे थे इसलिए हमने आयुवेदिक इलाज के लिए सोचा । अमृत भाई (उस समय आश्रम के वैद्य थे) के वहाँ हम गये। उन्होने हमे सुजाव बताया कि आपको मलाड-गोरेगाँव में स्थित अस्पताल में 4 दिन का वैद्यकीय इलाज कराना होगा। वहाँ पर हमे पता चला कि खर्चा 35000 रु. का होगा। हमने थोड़ा इंतजार किया। फिर हमको पता चला कि अमृतभाई का उस अस्पताल से सीधा संबंध था उनको वहाँ से कमिशन मिलता था और आश्रम का उस अस्पताल से कोई संबंध नहीं था।
धोकाधड़ी के कारण आश्रम से निकाला गया वही वैद्यराज आज मिडिया के लिए एकदम हिरो है, यह सच बात है । वह 18 साल से आश्रम मे रहकर वही पर धोका कर रहा था, आज मीडिया को गाइड(मार्गदर्शन) और राइड(शासन) कर रहा है । मीडिया जो वह कहता है वही सच मानती है बाकी सब झूठ मानती है। जो बापूजी हमारे पिछले 60 साल से सेवाकार्य कर रहे है उसे मीडिया गलत दिखा रही है, और धोकेबाज़ अमृत प्रजापति की सब बात को सच मान रही है ।
बापूजी के खिलाफ हिन्दू-विरोधी कुप्रचार करवा रहे है । आज धर्मांतरण करने वालों पर बापूजी की वजह से रोक लगी है। इसलिए ये धर्मांतरण वाले आज बापूजी के खिलाफ उनके आश्रम से धोका करने की वजह से निकाले हुए लोगों को खड़ा करके बापूजी की छबी खराब करने का प्रयत्न कर रहे हैं। आज हम लोगों ने आंतरिक शांति को पीछे रखते हुए टैक्नोलॉजी को मुख्य प्राधान्य दिया है, और मानसिक शांति को कम प्राधान्य दिया है। इसका परिणाम यह है की टैक्नॉलॉजी केवल शारिरीक बिमारीयाँ ठीक करेगी पर मानसिक अशांति, तनाव और समस्या जो एक-दूसरे के व्यवहार में आ रही है उसके लिए तो कोई भी दवाई, विज्ञान या टैक्नॉलॉजी काम नहीं आयेगी । वह इलाज केवल अपना धर्म और बापूजी जैसे संत ही दे पायेगे। बापूजी का सत्संग आपको मन की शांति, आपका अच्छा स्वभाव और शारीरीक स्वस्थता देने मे सक्षम है। अगर आप देखेंगे तो हम अपना पूरा परिवार मिल-जुल के नहीं रह पाते पर बापूजी के सत्संग से हम सीख लेकर साथ मे प्यार से रह सकते है। आजकल जो नये शादीशुदा कपल (जोडे) होते हैं वे भी साथ नहीं रह पाते, पर बापूजी जैसे संतों से प्राप्त हुई नैतिक शिक्षा की वजह से आज भी संयुक्त कुटुंब में हम लोग जी सकते हैं।
युवावर्ग के लिए संदेश है कि मिडिया के द्वारा किये जाने वाले कुप्रचार पर विश्वास न रखते हुए केवल एक बार बापूजी के आश्रम-सत्संग-शिविर में जाके देखोगे तो आपको बिलकुल अलग अनुभव होगा जो पक्ष मिडिया ने आजतक कभी दिखाया नहीं है।
74 वर्षीय संत पर जो आरोप लगाए है उसे कोई भी मान ही नहीं सकता । आरोप एक भी सिद्ध करके दिखाओ यदि आपमे सच्चाई है तो ।
मै यह कहता हूँ की अपना कानून बहुत कमजोर है। उनका सिर्फ ऐसा है, की पहले आप केवल एफ़आईआर दर्ज करो और तुरंत कार्यवाही शुरु हो जाती है। मेडिकल रिपोर्ट और एफ़आईआर की सच्चाई को न देखते हुए केवल एफ़आईआर दर्ज होने के आधार पर ही कार्यवाही शुरु कर दी जाती हैं। उस कार्यवाही के लिए वे किसी से भी पूछताछ के बहाने प्रताड़ित कर सकते हैं। इसी सिद्धान्त पर हमारे निर्दोष संत श्री आशारामजी बापू को इतने महीने से जैल मे प्रताड़ित किया जा रहा है । और यह स्पष्ट है की पुलिस अब घबराई हुई है, आरोप पत्र क्या डाले इस विषय पर । क्यो? कारण यह है की उनको कुछ भी बापूजी के खिलाफ एक भी गलत चिजे नहीं मिली है । पुलिस हकीकत जानती है की बापूजी निर्दोष है । एफ़आईआर दिल्ली मे की गयी है वह एक विचार ने वाली बात है , मेडिकल रिपोर्ट मे रैप का कोई प्रमाण नहीं मिला है । फिर भी पुलिस को मजबूरन कार्यवाही बापूजी के खिलाफ करनी पड़ रही है । पुलिस और कानून दोनों बिलकुल असहाय है । हमे कानून के इस पहलू पर विचार करना चाहिए और इसका कोई निराकरण करना चाहिए ताकि बापूजी की तरह और लोगो को भुगतना ना पड़े ।
खबरें नं. 1 :
अमित शर्मा, पलपल इंडिया ब्यूरो, जम्मू: आशाराम बापू को बदनाम करने उनके आश्रम में लाश दफनाने की साज़िश करने वाला भोलानंद अपनी गिरफ्तारी के बाद कई अहम खुलासे कर रहा है, जिसमे उसने बताया कि कई राष्ट्रीय निजी न्यूज़ चैनल के संपादकों, रिपोर्टरों द्वारा उसे प्रलोभन एवं डरा धमका कर आश्रम व आशाराम बापू के ऊपर मनघडंत एवं झूठे आरोप लगाने के लिए कहा गया था. जिसमे अमृत प्रजापति, महेंदर चावला, देवेंदर, राहुल, अखिल, व अन्य लोगों ने मुख्य भूमिका निभाई ।
अमित शर्मा, पलपल इंडिया ब्यूरो, जम्मू: आशाराम बापू को बदनाम करने उनके आश्रम में लाश दफनाने की साज़िश करने वाला भोलानंद अपनी गिरफ्तारी के बाद कई अहम खुलासे कर रहा है, जिसमे उसने बताया कि कई राष्ट्रीय निजी न्यूज़ चैनल के संपादकों, रिपोर्टरों द्वारा उसे प्रलोभन एवं डरा धमका कर आश्रम व आशाराम बापू के ऊपर मनघडंत एवं झूठे आरोप लगाने के लिए कहा गया था. जिसमे अमृत प्रजापति, महेंदर चावला, देवेंदर, राहुल, अखिल, व अन्य लोगों ने मुख्य भूमिका निभाई ।
इसी सन्दर्भ में श्री योग वेदांत सेवा समिति एवं युवा सेवा संघ जम्मू के पदाधिकारियों द्वारा इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस जम्मू, राजेश कुमार को ज्ञापन सोंपा गया. ज्ञापन में अनुरोध किया गया है कि भोलानंद स्वयं सरकारी गवाह बनकर साजिशकर्ताओं का पर्दाफाश करना चाहता है, इस बाबत में प्रशासन हमें पूर्व की भांति सहयोग देकर भोलानंद को सरकारी गवाह बना, छुपे हुए साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करे ताकि करोडों लोगों की श्रधा और उनके धर्म से कोई खिलवाड़ न कर सके ।
ज्ञात हो बीती 17 सितम्बर को भोलानंद के खिलाफ आशाराम बापू एवं आश्रम के विरुद्ध साजिश का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए 13 अक्टूबर को भोलानंद की गिरफ्तारी की और जाँच की प्रक्रिया शुरू की. समिति ने कहा कि हम इस साहसपूर्ण कार्य के लिए जम्मू पुलिस की सराहना करते हैं और सदा आभार प्रकट करते हैं ।
मामले की अहमियत को देखते हुए पुलिस ने अब तक भोलानंद की तीन बार रिमांड बढ़ाई. सूत्रों के अनुसार भोलानंद के द्वारा हर दिन नयी साजिशों का खुलासा हो रहा है ।
मामले की अहमियत को देखते हुए पुलिस ने अब तक भोलानंद की तीन बार रिमांड बढ़ाई. सूत्रों के अनुसार भोलानंद के द्वारा हर दिन नयी साजिशों का खुलासा हो रहा है ।
आपको याद होगा खबरें नं.2 : जम्मू में भोलानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज, अपने ही जाल में फँस गया भोलानंद:
अमित शर्मा, जम्मू: पिछले दो महीनों से संत आशाराम बापू को बदनाम करने की मानो होड-सी लगी हुई है. एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत बापूजी सहित उनके पूरे परिवार को किसी-न-किसी मामले में फँसाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया जा रहा है. कुछ पेड मीडिया द्वारा चैनलों पर संत श्री आशारामजी बापू के बारे में काल्पनिक कहानियाँ बनाकर इस ढंग से प्रस्तुत किया जा रहा है जैसे इनके द्वारा जो बताया जा रहा है वही सत्य है. लेकिन वास्तविकता इससे एकदम परे है.
आशाराम बापू और उनके परिवार को बदनाम करने व फ़ँसाने वाले गिरोह के भोलानन्द नामक एक शख्स का अब जम्मू पुलिस के द्वारा पर्दाफाश हो गया है. आशाराम बापू के जम्मू आश्रम में बच्चों के दफन होने का आरोप लगाकर सनसनी फैलानेवाला बृजबिहारी गुप्ता उर्फ बृजमोहन गुप्ता उर्फ ठग भोलानंद उर्फ आचार्य भोलानंद अपने ही जाल में फँस गया है.
भगवती नगर इलाके में रहने वाले एक युवक विक्की कुमार ने भोलानंद द्वारा उसे किए गए फोन की बातचीत की सीडी पुलिस को सौंपी है. इस सीडी में भोलानंद उसको आशाराम आश्रम में बच्चों के कंकाल को भूमि में दबाने की बात कह रहा है . ऐसा करने पर विक्की को खूब पैसे देने की पेशकश भी की गई है.
एस.एस.पी. जम्मू अतुल गोयल का कहना है कि युवक द्वारा भोलानंद के विरुद्ध पेश किए गए सबूत गंभीर हैं. पुलिस ने शिकायत के आधार पर नवाबाद थाने में भोलानंद के विरुद्ध मामला दर्ज किया है. विक्की कुमार ने यह दावा किया है कि भोलानंद उसे पिछले कई दिनों से फोन नंबर ०९९२०१३७७१९, ०७५०६१३७५०१, ०८०८०५९८२७९ से फोन कर बच्चों के श्मशान घाट में से कंकाल निकालकर आश्रम में दफनाने के लिए कह रहा है. उसने पुलिस को अपने फोन के कॉल डिटेल्स भी निकलवाकर दिये हैं, जिसमें दो फोन भोलानंद के सिमकार्ड से किए गए हैं. फोन कॉल की रिकार्डिंग में भोलानंद ने जम्मू के अलावा बाहरी राज्यों के कई आश्रमों में गड़बड़ करने का दावा भी किया है.
खबरें नं. 3 : मुझ पर बापूजी के खिलाफ बोलने के लिए जोधपुर पुलिस व शाजहाँपुर पुलिस वाले दे रहे थे दवाब : भोलानंद का बयान :
पुलिस ने भोलानंद के विरुद्ध अपराध करने की साजिश रचना, अपराध के लिए दूसरों को उकसाने और किसी धर्मस्थल को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया है. एस.एस.पी. जम्मू अतुल गोयल का कहना है कि पुलिस जांच में उस सीडी की जांच करेगी, जिसमें भोलानंद की आवाज होने की बात कही जा रही है. भोलानंद को जम्मू लाने की भी पुलिस कवायद कर रही है.
भोलानंद ने काफी समय से अनेक चैनलों के कार्यक्रमों में यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि भगवती नगर जम्मू स्थित संत आशारामजी आश्रम में बच्चों के शवों को दफनाया गया है. भोलानंद के इस बयान के आधार पर ऑल इंडिया किसान सेवा संघ के प्रदेश प्रधान डॉ. राज कुमार चौधरी ने कोर्ट में अर्जी दायर कर पुलिस को इस आरोप की जांच करवाने की मांग की थी.
जब भोलानंद आश्रम में रह रहा था तब विक्की भी भोलानंद के संपर्क में आया था . आचार्य भोलानंद उर्फ विनोद कुमार गुप्ता का असली नाम ब्रजबिहारी गुप्ता है. भोलानंद की माँ ने एक इंटरव्यू में इसके काले कारनामों को उजागर करते हुए कहा कि इसने मुझे (अपनी माँ को) नंगा करके पीटा और कहा कि बापू के खिलाफ बलात्कार की एफ.आई.आर. लिखवा वरना मैं तुझ पर बलात्कार करूँगा. ब्रजबिहारी ने अपनी माँ के साथ जो दुर्व्यवहार किया वह उसकी माँ और भाई ने इंटरव्यू में बताया है.
ब्रजबिहारी गुप्ता सन् २००० में आश्रम में आया था. इसका आचरण शुरू से ही ठीक नहीं था. आश्रम में आनेवाली बहनों को गलत नजर से देखना, लोगों से झगडा करना आदि हरकतें वह करता था. संचालकों द्वारा बार-बार चेतावनी दी जाने पर भी उसके व्यवहार में कोई सुधार नहीं हुआ तो उसको आश्रम से निकाल दिया गया. आश्रम से निकाले जाने के बाद गाज़ियाबाद में उसने अपना नाम बदलकर खुद को आचार्य भोलानन्द घोषित कर दिया और ठगी करने लगा.
खबरें नं. 3 : अमित शर्मा { जम्मू } संत श्री आशारामजी बापू को क्षात्रा के पिता ने दी क्लीनचिट,कहा-मेरी बेटी के साथ नहीं हुआ गलत,मुझ पर बापूजी के खिलाफ बोलने के लिए जोधपुर पुलिस व शाजहाँपुर पुलिस वाले रहे थे दवाब अमदावाद- संत श्री आशारामजी बापू को एक सुनियोजित षड्यंत्र के तहत बापूजी सहित उनके पूरे परिवार को किसी-न-किसी मामले में काल्पनिक कहानियाँ बनाकर उन पर तरह के आरोप मढ़ने की साजिस का सच अब सामने आने लगा है। कुछ समय पहले ऐसा आरोप लगाया गया कि मेरठ निवासी शैलेश को संत श्री आशारामजी बापू जी गायब कर दिया है। अगवा कर लिया है। आदि तरह तरह के आरोप लगाए गए और बिना किसी तथ्य के आधार पर कहा गया कि पुत्री के साथ भी संत श्री आशारामजी बापू जी ने गलत किया है और बिना किसी प्रमाण के उसे भी पीडिता कहा गया। लेकिन छात्रा के पिता शैलेश ने मैनपुरी में प्रेस कांफ्रेंस कर संत श्री आशारामजी बापूजी पर लगाए सभी आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि उनकी बेटी अभी भी आश्रम के रहकर पढाई कर रही है। उन्होंने कहा कि शाहजहानपुर की लड़की के पिता और जोधपुर पुलिस उन पर दवाब बना रही थी कि वह बापूजी के विरोध में बोले बापूजी के खिलाफ बयान दे। मंगलवार को मैनपुरी दीवानी के सभागार में अधिवक्ताओ के बीच पहुचे श्री शैलेश शुक्ला ने कहा कि वे गायब नहीं हुए थे। न ही उनकी पत्नी और बच्चे गायब है। उनकी बेटी अभी भी छिन्दवाडा स्थित गुरुकुल में रहकर पढाई कर रही है। उनकी पुत्री के साथ संत श्री आशारामजी बापूजी ने कोई गलत काम नहीं किया है। न संत श्री आशारामजी बापू या उनके समर्थकों ने उन्हें प्रताड़ित किया। संत श्री आशारामजी बापूजी को उन्होंने कहा कि वे तो मेरे गुरुदेव है। शैलेष कुमार ने कहा कि मेरे घर रोज दो चार लोगों को भेजा जा रहा था!उल्टा सीधा धमकाया जा रहा था! भिन्न भिन्न तरह के प्रलोभन दिए जा रहे थे। शाहजहांपुर निवासी जो लड़की आरोप लगा रही है ।उसके परिवार के लोग ही मुझ पर पर दवाब बना रहे है। कि वे संत श्रीआशारामजी बापूजी के खिलाफ उनका साथ दे। उन्होंने बताया कि जोधपुर पुलिस का जाँच अधिकारी दिन में दस दस बार फोन करके संत श्री आशारामजी बापूजी के खिलाफ बयान देने का दवाब बना रहा है। इसी दर से वे परिवार सहित बसंत विहार सिविल लाइन मेरठ चले गए थे। कुछ दिनों के लिए वे माता वैष्णो देवी के दर्शन करने गए थे। अब परिवार सहित अपने गाव आ गए है। संत श्री आशा रामजी बापू जी पर आरोप लगाने लगाने वाले गिरोह के एक और मोहरे भोलानंद का पर्दाफास हो गया है। व स्वयं ही कुख्यात अपराधी है। यह बात अब उसकी करतूतों से दुनिया के सामने आ रही है। संत श्री आशारामजी बापू और उनके परिवार को बदनाम करने व फ़ँसाने वाले गिरोह के भोलानन्द नामक एक शख्स का अब जम्मू पुलिस के द्वारा पर्दाफाश हो गया है । संत श्री आशारामजी बापू के जम्मू आश्रम में बच्चों के दफन होने का आरोप लगाकर सनसनी फैलानेवाला बृजबिहारी गुप्ता उर्फ बृजमोहन गुप्ता उर्फ ठग भोलानंद उर्फ आचार्य भोलानंद अपने ही जाल में फँस गया है। भगवती नगर इलाके में रहने वाले एक युवक विक्की कुमार ने भोलानंद द्वारा उसे किए गए फोन की बातचीत की सीडी पुलिस को सौंपी है। इस सीडी में भोलानंद उसको संत श्री आशारामजी आश्रम में बच्चों के कंकाल को भूमि में दबाने की बात कह रहा है । ऐसा करने पर विक्की को खूब पैसे देने की पेशकश भी की गई है । एस.एस.पी. जम्मू अतुल गोयल का कहना है कि युवक द्वारा भोलानंद के विरुद्ध पेश किए गए सबूत गंभीर हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर नवाबाद थाने में भोलानंद के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। विक्की कुमार ने यह दावा किया है कि भोलानंद उसे पिछले कई दिनों से फोन नंबर 09920137719, 07506137501, 08080598279 से फोन कर बच्चों के श्मशान घाट में से कंकाल निकालकर आश्रम में दफनाने के लिए कह रहा है। उसने पुलिस को अपने फोन के कॉल डिटेल्स भी निकलवाकर दिये हैं, जिसमें दो फोन भोलानंद के सिमकार्ड से किए गए हैं। फोन कॉल की रिकार्डिंग में भोलानंद ने जम्मू के अलावा बाहरी राज्यों के कई आश्रमों में गड़बड़ करने का दावा भी किया है । पुलिस ने भोलानंद के विरुद्ध अपराध करने की साजिश रचना, अपराध के लिए दूसरों को उकसाने और किसी धर्मस्थल को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया है। एस.एस.पी. जम्मू अतुल गोयल का कहना है कि पुलिस जांच में उस सीडी की जांच करेगी, जिसमें भोलानंद की आवाज होने की बात कही जा रही है। भोलानंद को जम्मू लाने की भी पुलिस कवायद कर रही है। भोलानंद ने काफी समय से अनेक चैनलों के कार्यक्रमों में यह कहकर सनसनी फैला दी थी कि भगवती नगर जम्मू स्थित संत आशारामजी आश्रम में बच्चों के शवों को दफनाया गया है। भोलानंद के इस बयान के आधार पर ऑल इंडिया किसान सेवा संघ के प्रदेश प्रधान डॉ. राज कुमार चौधरी ने कोर्ट में अर्जी दायर कर पुलिस को इस आरोप की जांच करवाने की मांग की थी । जब भोलानंद आश्रम में रह रहा था तब विक्की भी भोलानंद के संपर्क में आया था । आचार्य भोलानंद उर्फ विनोद कुमार गुप्ता का असली नाम ब्रजबिहारी गुप्ता है । यह संत श्री आशारामजी बापू को बदनाम करने व फ़ँसाने वाले गिरोह का एक मोहरा है । भोलानंद की माँ ने एक इंटरव्यू में इसके काले कारनामों को उजागर करते हुए कहा कि इसने मुझे (अपनी माँ को) नंगा करके पीटा और ‘‘बापू के खिलाफ बलात्कार की एफ.आई.आर. लिखवा वरना मैं तुझ पर बलात्कार करूँगा । ’’ ऐसी धमकी दी । अपनी माँ के साथ ऐसी नीच हरकत करने वाला मानव नहीं, पशु भी नहीं, हैवान है ! ब्रजबिहारी ने माँ के साथ जो दुर्व्यवहार किया वह उसकी माँ और भाई ने इंटरव्यू में बताया है। ब्रजबिहारी गुप्ता सन् २००० में आश्रम में आया था। इसका आचरण शुरू से ही ठीक नहीं था। आश्रम में आनेवाली बहनों को गलत नजर से देखना, लोगों से झगडा करना आदि हरकतें वह करता था । संचालकों द्वारा बार-बार चेतावनी दी जाने पर भी उसके व्यवहार में कोई सुधार नहीं हुआ। उसको आश्रम से निकाल दिया गया। आश्रम से निकाले जाने के बाद गाज़ियाबाद में उसने अपना नाम बदलकर खुद को आचार्य भोलानन्द घोषित कर दिया । और ठगी करने लगा । वह बापूजी को बदनाम करने व फ़ँसाने वाले गिरोह के हाथों का मोहरा बन गया लेकिन कहा जाता है जो दूसरों के लिए कुआँ खोदता है वह स्वयं ही उसमें गिर जाता है । अब संत श्री आशारामजी बापू को बदनाम करने व फ़ँसाने की साजिस की परते खुल रही है।
खबरें नं. 4 :
साध्वी तरुणा दीदी ने नकारे आसाराम पर लगे आरोप अमित शर्मा, पलपल इंडिया ब्यूरो, जम्मू: राजौरी आज साध्वी तरुणा ने एक दिवस सत्संग किया इस दोरान उन्होंने पत्रकारो से भी बात कि उन्हों ने आसाराम बापू पर लगे सभी आरोपो का खंडन किया उन्हों ने बताया कि आसाराम बापू पर जितने भी आरोप लगे है वह अभी तक साबित नहीं हुए है इतने ही नहीं उन पर लगे आरोपो में से एक भी आरोप साबित नहीं हुआ है और जिन लोगो ने बापू पर आरोप लगे है पहले तो उन लोगो कि भी जाँच होनी छाये कि उन के पास इतना पैसा अब कहा से आ रहा है जब कि उन के पास तो कुछ भी नहीं था और जब वो आश्रम में रहा करते थे तब वो बापू जी के खलाफ क्यों नहीं बोले आज जब आश्रम से निकले हुए उन्हें काफी समय हो चूका है तो क्यों बूल रहे है
उन्होंने आसाराम पर जम्मू आश्रम बच्चों की हत्या का आरोप लगाने वाले भोलानंद की गिरफ्तारी की मांग कि, साध्वी तरुणा बहन ने पुलिस प्रशासन और पुलिस से आसाराम के खिलाफ साजिश रचने वालों पर शिकंजा कसने की मांग की.
तरुणा ने कहा कि आसाराम के जम्मू आश्रम में कंकाल दबाने की बात करने वाले और बदले में करोड़ों रुपये का लालच देने वाले भोलानंद को जल्द गिरफ्तार करके सच्चाई को सामने लाया जाए. साजिशकर्ता आश्रम और आसाराम के खिलाफ घिनौनी साजिशें रचते हैं लेकिन बाद में वे खुद ही अपने जाल में फंस जाते हैं. देश में धर्म विरोधी साजिशें रची जा रही हैं, जिसमें संत महात्माओं को बदनाम किया जा रहा है. आसाराम के अनुयायियों को न्याय प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है और उम्मीद है कि कानून भोलानंद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगा. इससे पूर्व राजौरी स्थित आसाराम के आश्रम में साध्वी तरुणा ने संगत को प्रभु भक्ति से जोड़ा. उन्होंने कहा कि साजिशों के आगे आसाराम के अनुयायियों की आस्था पर कोई असर नहीं पड़ेगा
उन्हों ने यह भी बताया कि बापू जी पर सोची समजी साजिश रची जा रही है पर इस से कोई फर्क नहीं पड़ता क्यों कि हर रात के बाद एक नया सवेरा होता है हम साधकों कि रात ज़रूर लम्बी हो चुकी है पर एक नया सवेरा भी जल्द ही होगा . इस दौरान युवा सेवा संघ के सभी कार्यकरता मौजूद रहे।
राजौरी आश्रम के मीडिया परवारी अमित शर्मा से जब बात कि गई तो उन्होंने कहा कि आसाराम बापूजी ने 2004 मे यह कहा था कि 2014 में देश में वदलाव होगा और देश हिंदू राष्ट्र और विश्वगुरु की राह पर आगे बढ़ेगा। इस कार्य के लिए उनहोने अपना संपूर्ण जीवन समर्पण किया हैं. असमाजिक तत्व जो इस देश को आगे बडता हुआ नहीं देखना चाहते बापूजी की छवि को धूमिल करने के लिए और उनके देवीकार्य में अड़चन डालने के लिए वार-वार षड़यंत्र रचते रहते हैं. लेकिन आसाराम बापूजी वह शक्ति है जो इन षड़यंत्रकारियों को कभी भी सफल नहीं होने देगीं.
अब तक लगे आरोपों की वास्तविकता
संत श्री आशाराम बापू एवं उनके आश्रम, जो मानवमात्र के उत्थान में लगे है, उनके पीछे कुछ संस्कृति विरोधी – तत्व काफी लंबे समय से पड़े हुए हैं.
आरोप १ – जुलाई २००८ में अहमदाबाद गुरुकुल के दो बच्चों की आकस्मिक मृत्यु के सन्दर्भ में स्वार्थी तत्त्वों द्वारा उकसाये जाने पर बच्चों के परिजनों ने आश्रम में तांत्रिक क्रिया एवं काले जादू के कारण बच्चों की मौत का आरोप लगाया ।
सच्चाई – परिजनों की मांग पर शासन ने सी.आई.डी. (क्रइम) तथा एफ.एस.एल. की एक बड़ी टीम से जाँच करायी । सी.आई.डी. (क्रइम) ने उच्च न्यायलय में दायर किये गए शपथ-पत्र में स्पष्टरूप से लिखा है की आश्रम में काला जादू नहीं होता । पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी स्पष्ट लिखा है की बच्चों की मौत पानी में डूबने से हुई है तथा कोई भी एंटी मोर्टम इंजरी (मृत्यु पूर्व की चोट) नहीं पायी गयी, अपितु मृतदेह को जानवरों ने नोचा था । चिकित्सा विशेषज्ञों के दल ने भी यही अभिप्राय दिया है कि बच्चों की मृत्यु पानी में डूबने के कारन ही हुई है ।
आरोप २ – साजिश के तहत एक तथाकथित अघोरी तांत्रिक कैमरे के सामने आया । उसने एक ऑडियो रिकार्डिंग जारी करके मिडिया के समक्ष आरोप लगाया की आशाराम बापू ने मुझे छ लोगों को मारने की सुपारी दी है ।
सच्चाई – अघोरी उर्फ़ सुखराम औघड़ उर्फ़ प्रिस्ट सुखविन्द्र सिंह उर्फ़ हरविन्द्र सिंह उर्फ़ सुक्खा ठग… जितने नाम उतनी ही उसकी पत्नियाँ है, ऐसे अन्तराष्ट्रीय ठग सुक्खा की हकीकत प्रेस की ताकत आदि अनेक समाचार पत्रों के विस्तार से छप चुकी है । षड्यंत्रकारी राजू चांडक उर्फ़ राजू लम्बू के स्टिंग ऑपरेशन में राजू ने स्वयं स्पष्टरूप से कहा है की कैसे उसने अघोरी को ४० हजार रूपये, शराब व बाजारू लड़कियाँ दिलाकर और मिडिया का सहारा लेकर अघोरी द्वारा बापू पर सुपारी देने का आरोप लगवाया । साजिश का पर्दाफाश वी.सी.डी. आश्रम में उपलब्ध है, जिसमें इस साजिश का विस्तारपूर्वक खुलासा किया गया ही और इसे कोई भी देख सकता है । राजू लम्बू ने छुपे कैमेरे के सामने बड़े मजे से बताया की ववही अघोरी को लेकर आया और पांच किन तक उसे अहमदाबाद में रखा । उसे रोज शराब की बोतलें तथा व्यभिचार के लिए बाजारू लडकिया देकर छठे दिन सन्देश (समाचार पत्र) वालों के हवाले कर दिया । सातवें दिन दिल्ली लेकर गया जहाँ अघोरी को इंडिया टीवी के हवाले किया । ऐसा पापाचारी सुक्खा ठग षड्यंत्रकारियो की मदद से पूज्य बापूजी की आवाज की नकली कैसेट बनायीं थी । स्टिंग ओपरेशन में राजू लम्बू मिडिया का मजाक उड़ाते हुए कहता है : “मीडिया तो बच्चा है, तुम जो कुछ उसे दो वह उसे उछाल देगा । उसकी टी.आर.पी. बढ़ गयी, उसका तो काम हो गया । ”
आरोप ३ – दिनांक ६.१२.२००९ को राजू चांडक ने आरोप लगाया की आश्रम के दो साधकों ने उस पर गोली चलाकर उसकी हत्या का प्रयास किया ।
सच्चाई – कथित गोलीकांड के समग्र घटनाक्रम में ऐसे अनेक तथ्य एवं विरोधाभास हैं, (क) जैसे – राजू को 3 गोलियाँ लगाने पर वह गोलियों से घायल होने पर भी अस्पताल के बदले घर क्यों गया?
(ख) घर से एक निजी अस्पताल में क्यों ले जाया गया?
(ख) घर से एक निजी अस्पताल में क्यों ले जाया गया?
(ग) राजू ने एक साधक गजानन पर अपने ऊपर हुए इस हमले का आरोप लगाया । पुलिस अधिकारियो ने सघन जाँच-पड़ताल को और गजानन को निर्दोष पाया ।
यह स्पष्ट है की राजू चांडक के द्वारा विद्वेश्पुर्वक गयी एफ.आई.आर. कानून का दुरपयोग कर पूज्य बापूजी को क़ानूनी जाल में फसाने के लिए रची गयी एक सोची – समझी साजिश थी ।
इस तरह एक-एक करके सब आरोप निराधार व् खोखले साबित होते गए, फिर नये-नये आरोप लगाये गए ।
खबरें नं. 5 :
जम्मू : संत आसारामजी बापू के भगवती नगर स्थित आश्रम में तीन बच्चों के कंकाल दफन होने का खुलासा करने वाले विनोद गुप्ता उर्फ भोलानंद ने पुलिस की पूछताछ में यू-टर्न लेते हुए कहा कि उसे कंकाल दफन होने की कोई जानकारी नहीं है । भोलानंद ने आरोप लगाया कि एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल के संपादक तथा रिपोर्टर ने उसे उकसाकर टीवी कार्यक्रम के दौरान बच्चे दफन होने का बयान देने के लिए कहा था ।
पुलिस का कहना है कि भोलानंद लगातार बयान बदलकर पुलिस को गुमराह करने का काम कर रहा है । भोलानंद की रिमांड शनिवार को समाप्त हो रही है, जिसके बाद पुलिस उसे फिर से कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी में है ।
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान पुलिस ने भोलानंद को आश्रम के उस हिस्से में चलने को कहा, जहां कंकाल दफन होने की बात उसने कही थी । जबाब में भोलानंद ने कंकाल दफन होने की बात को कोरी अफवाह बताकर आश्रम में जाने से इन्कार कर दिया । पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भोलानंद ने पूछताछ में कहा कि उसे एक न्यूज चैनल के संपादक व रिपोर्टर ने मशहूर होने का झांसा देकर एक डायरी लिखकर दी थी, जिसमें उन्होंने आश्रम में बच्चों के कंकाल दफन होने की बात टीवी कार्यक्रम के दौरान कहने को कहा था । भोलानंद का कहना है कि तैश में आकर उसने कंकाल दफन होने की बात बोल दी । उन्होंने कहा कि भोलानंद कई बार बयान बदल चुका है । इसलिए उसपर जल्दी यकीन नहीं किया जा सकता । भोलानंद न्यूज चैनल के संपादक के विरुद्ध भी कोई सुबूत पेश नहीं कर पाया है । इस बीच, एसएसपी जम्मू अतुल गोयल का कहना है भोलानंद से पूछताछ जारी है, लेकिन उसने कोई अहम खुलासा नहीं किया है ।
गौरतलब है कि मामला सामने आने के बाद अदालत में दायर की गई एक याचिका पर कोर्ट ने पुलिस को जांच कर मामले की सच्चाई का पता लगाने के निर्देश दिए थे ।
जम्मू : संत आसारामजी बापू के भगवती नगर स्थित आश्रम में तीन बच्चों के कंकाल दफन होने का खुलासा करने वाले विनोद गुप्ता उर्फ भोलानंद ने पुलिस की पूछताछ में यू-टर्न लेते हुए कहा कि उसे कंकाल दफन होने की कोई जानकारी नहीं है । भोलानंद ने आरोप लगाया कि एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल के संपादक तथा रिपोर्टर ने उसे उकसाकर टीवी कार्यक्रम के दौरान बच्चे दफन होने का बयान देने के लिए कहा था ।
पुलिस का कहना है कि भोलानंद लगातार बयान बदलकर पुलिस को गुमराह करने का काम कर रहा है । भोलानंद की रिमांड शनिवार को समाप्त हो रही है, जिसके बाद पुलिस उसे फिर से कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी में है ।
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान पुलिस ने भोलानंद को आश्रम के उस हिस्से में चलने को कहा, जहां कंकाल दफन होने की बात उसने कही थी । जबाब में भोलानंद ने कंकाल दफन होने की बात को कोरी अफवाह बताकर आश्रम में जाने से इन्कार कर दिया । पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भोलानंद ने पूछताछ में कहा कि उसे एक न्यूज चैनल के संपादक व रिपोर्टर ने मशहूर होने का झांसा देकर एक डायरी लिखकर दी थी, जिसमें उन्होंने आश्रम में बच्चों के कंकाल दफन होने की बात टीवी कार्यक्रम के दौरान कहने को कहा था । भोलानंद का कहना है कि तैश में आकर उसने कंकाल दफन होने की बात बोल दी । उन्होंने कहा कि भोलानंद कई बार बयान बदल चुका है । इसलिए उसपर जल्दी यकीन नहीं किया जा सकता । भोलानंद न्यूज चैनल के संपादक के विरुद्ध भी कोई सुबूत पेश नहीं कर पाया है । इस बीच, एसएसपी जम्मू अतुल गोयल का कहना है भोलानंद से पूछताछ जारी है, लेकिन उसने कोई अहम खुलासा नहीं किया है ।
गौरतलब है कि मामला सामने आने के बाद अदालत में दायर की गई एक याचिका पर कोर्ट ने पुलिस को जांच कर मामले की सच्चाई का पता लगाने के निर्देश दिए थे ।
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