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शनिवार, 14 जून 2014

अतल

अतल1— सं. सात पातालों में दूसरा पाताल, जैसे ‘अतल के रोटी, पतल के धान, इसको लंगड़ी धर बुची कान’। 
अतल2— वि. 1.जिसका तल न हो। 2.अत्यधिक गहरा।

अतलंगिहा

अतलंगिहा— वि.पु. दे. ‘अतलंगहा’।

अतलंगहा

अतलंगहा— वि.पु. (स्त्री.अतलंगहिन (ही) 1.उत्पाती। 2.अत्याचारी, उद्दंड। 3.उतावला करने वाला, जल्दबाज।

अतलंग

अतलंग1— सं. 1.अधिक उछल-कूद करने की क्रिया। 2.उत्पात। 3.उद्दंडता। 4.अत्याचार। 

अतलंग2— सं. जल्दबाजी, उतावलापन।

अतरी

अतरी— वि. इतने ही।

अतरिच

अतरिच— वि. इतने ही।

अतरिक्त

अतरिक्त— वि. 1.बचा हुआ, शेष। 2.आवश्यकता या उपयोग से अधिक। 3.अलग।

अतराल

अतराल (वल)— वि. 1.अंतर किया हुआ। 2.बीच में रोका हुआ। 3.समाप्त किया हुआ। 4.अंतर कराया हुआ। 5.बीच में रोकवाया हुआ। 6.समाप्त कराया हुआ।

अतराप

अतराप— सं. 1.इलाका। 2.क्षेत्र।

अतराना

अतराना— स.क्रि. 1.अंतर लाना। 2.बीच में रोकना। 3.समाप्त करना।

प्रे.क्रि. 1.अंतर कराना। 2.समाप्त कराना। 3.बीच में रोकवाना।

अतरा

अतरा— वि. इतना।

अतरल

अतरल— वि. 1.अंतर पड़ा हुआ। 2.बीच में रुका हुआ। 3.थमा हुआ।

अतरना

अतरना— अ.क्रि. 1.अंतर पड़ना। 2.बीच में रुकना। 3.समाप्त होना, थमना, जैसे ‘पानी अतरगे’।

अतरउनी

अतरउनी— सं. रोकने, समाप्त करने, रोकवाने या समाप्त कराने का खर्च या पारिश्रमिक।

अतरई

अतरई— सं. 1.रोकने की क्रिया या भाव। 2.समाप्त करने की क्रिया या भाव।

शुक्रवार, 13 जून 2014

अतरइया

अतरइया— वि. 1.रोकने वाला। 2.समाप्त या खत्म करने वाला, जैसे ‘छोटे ह कमाए धन ल अतरइया निकलगे’।

अतर

अतर1— सं. फूलों का सुगंधित सार, पुष्पसार, इत्र। 

अतर2— सं. 1.रुकने या ठहरने की क्रिया। 2.थमने या समाप्त होने की क्रिया।

अतमयती

अतमयती— सं. प्रेम, आत्मीयता। 

वि. 1.प्रेम करने वाला। 2.प्रेम-भाव रखने वाला।

अतनी

अतनी— वि. इतने ही।

अतभुत

अतभुत— वि. विचित्र, अनूठा, आश्चर्यजनक।

भारतीय गणना

आप भी चौक गये ना? क्योंकि हमने तो नील तक ही पढ़े थे..!