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शुक्रवार, 15 जुलाई 2016

कानूनी रूप से किया जाना ज़रूरी है ई-मेल एड्रेस का पंजीकरण

इंटरनेट से जुड़ी आज की दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति का ई-मेल एड्रेस होना एक अनिवार्यता बन चुका है। ई-गवर्नेंस पेपर लैस बैंकिंग तथा रोजमर्रा के विभिन्न कार्यों हेतु कम्प्यूटर व इंटरनेट का उपयोग बढ़ता जा रहा है।

मोबाइल के द्वारा इंटरनेट सुविधा ब्रॉड बैंड, 3जी, 4जी सेवाओं आदि की बढ़ती देशव्यापी पहुँच से एवं इनके माध्यम से त्वरित वैश्विक संपर्क सुविधा के कारण अब हर व्यक्ति के लिये ई-मेल पता बनाना जरूरी सा हो चला है।

नई पीढ़ी की कम्प्यूटर साक्षरता स्कूलों के पाठ्यक्रम के माध्यम से सुनिश्चित हो चली है। समय के साथ अद्यतन रहने के लिये बुजुर्ग पीढ़ी की कम्प्यूटर के प्रति अभिरुचि भी तेजी से बढ़ी है। ई-मेल के माध्यम से न केवल टैक्सट वरन, फोटो, ध्वनि, वीडियो इत्यादि भी उतनी ही आसानी से भेजे जाने की तकनीकी सुविधा के चलते ई-मेल का महत्व बढ़ता ही जा रहा है। 

हिन्दी व अन्य क्षेत्रीय भाषाओ में सॉफ्टवेयर की उपलब्धता तथा एक ही मशीन से किसी भी भाषा में काम करने की सुगमता के कारण जैसे-जैसे कम्प्यूटर का प्रयोग व उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है, ई-मेल और भी प्रासंगिक होता जा रहा है।


ई-मेल के माध्यम से सारी दुनिया में किसी भी इंटरनेट से जुड़े हुये कम्प्यूटर पर बैठकर केवल अपने पासवर्ड से ई-मेल के द्वारा आप अपनी डाक देख सकते हैं व बिना कोई सामग्री साथ लिये अपने ई-मेल एकाउंट में सुरक्षित सामग्री का उपयोग कर पत्राचार कर सकते हैं। यह असाधारण सुविधा तकनीक का, युग को एक वरदान है।

आज लगभग हर संस्थान अपनी वेबसाइट स्थापित करता जा रहा है। विजिटिंग कार्ड में ई-मेल पता, वेब एड्रेस, ब्लॉग का पता होना अनिवार्य सा हो चला है। किसी संस्थान का कोई फार्म भरना हो, आपसे आपका ई-मेल पता पूछा ही जाता है।

हार्डकॉपी में जानकारी तभी आवश्यक हो जाती है, जब उसका कोई कानूनी महत्व हो, अन्यथा वेब की वर्चुअल दुनिया में ई-मेल के जरिये ही ढेरों जानकारी ली दी जा रही हैं। मीडिया का तो लगभग अधिकांश कार्य ही ई-मेल के माध्यम से हो रहा है।

विभिन्न कंपनियाँ जैसे गुग्गल, याहू, हॉटमेल, रैडिफ आदि मुफ्त में अपने सर्वर के माध्यम से ई-मेल पता बनाने व उसके उपयोग की सुविधा सभी को दे रही हैं। ये कंपनियाँ आपको वेब पर फ्री स्पेस भी उपलब्ध करवाती हैं, जिसमें आप अपने डाटा स्टोर कर सकते हैं।

क्लिक हिट्स के द्वारा इन कंपनियों की साइट की लोकप्रियता तय की जाती है, व तद्नुसार ही साइट पर विज्ञापनों की दर निर्धारित होती है जिसके माध्यम से इन कंपनियों को धनार्जन होता है।

ई-मेल की इस सुविधा के विस्तार के साथ ही इसकी कुछ सीमायें व कमियाँ भी स्पष्ट हो रही हैं। मुफ्त सेवा होने के कारण हर व्यक्ति लगभग हर प्रोवाइडर के पास मामूली सी जानकारियाँ भरकर, जिनका कोई सत्यापन नहीं किया जाता, अपना ई-मेल एकाउंट बना लेता है।

ढेरों फर्जी ई-मेल एकाउंट से साइबर क्राइम बढ़ता ही जा रहा है। वेब पर पोर्नसाइट्स की बाढ़ सी आ गई है। आतंकी गतिविधियों में पिछले दिनों हमने देखा कि ई-मेल के ही माध्यम से धमकी दी जाती है या किसी घटना की जवाबदारी मीडिया को मेल भेजकर ही ली गई। यद्यपि वेब आईपी एड्रेस के जरिये आईटी विशेषज्ञों की मदद से पुलिस उस कम्प्यूटर तक पहुँच गई जहाँ से ऐसे मेल भेजे गये थे, पर इस सब में ढेर सा श्रम, समय व धन नष्ट होता है।

चूँकि एक ही कम्प्यूटर अनेक प्रयोक्ताओं के द्वारा उपयोग किया जा सकता है, विशेष रूप से इंटरनेट कैफे या कार्यालयों में इस कारण इस तरह के साइबर अपराध होने पर व्यक्ति विशेष की जवाबदारी तय करने में बहुत कठिनाई होती है।

अब समय आ गया है कि ई-मेल एड्रेस का पंजीकरण कानूनी रूप से जरूरी किया जावे। जब जन्म, मृत्यु, विवाह, ड्राइविंग लाईसेंस, पैनकार्ड, पासपोर्ट, राशन-कार्ड, जैसे ढेरों कार्य समुचित कार्यालयों के द्वारा निर्धारित पंजीयन के बाद ही होते हैं तो इंटरनेट पर यह अराजकता क्यों?

ई-मेल एकाउंट के पंजीयन से धारक का डाक्यूमेंटेड सत्यापन हो सकेगा तथा इसके लिये निर्धारित शुल्क से शासन की अच्छी खासी आय हो सकेगी । पंजीयन आवश्यक हो जाने पर लोग नये नये व्यर्थ ई-मेल एकाउंट नही बनायेंगे, जिससे वेब स्पेस बचेगी, वेब स्पेस बनाने के लिये जो हार्डवेयर लगता है, उसके उत्पादन से जो पर्यावरण ह्रास हो रहा है वह बचेगा, इस तरह इसके दीर्घकालिक, बहुकोणीय लाभ होंगे।

जब ई-मेल उपयोगकर्ता वास्तविक हो जायेगा तो उसके द्वारा नेट पर किये गये कार्यों हेतु उसकी जवाबदारी तय की जा सकेगी। हैकिंग से किसी सीमा तक छुटकारा मिल सकेगा। वेब से पोर्नसाइट्स गायब होने लगेंगी, व इससे जुड़े अपराध स्वयमेव नियंत्रित होंगे तथा सेक्स को लेकर बच्चों के चारित्रिक पतन पर कुछ नियंत्रण हो सकेगा।

चूंकि इंटरनेट वैश्विक गतिविधियों का सरल, सस्ता व सुगम संसाधन है, यदि जरूरी हो तो ई-मेल पंजीयन की आवश्यकता को भारत को विश्वमंच पर उठाना चाहिये। मेरा अनुमान है कि इसे सहज ही विश्व की सभी सरकारों का समर्थन मिलेगा क्योंकि वैश्विक स्तर पर माफिया आतंकी अपराधों के उन्मूलन में भी इससे सहयोग ही मिलेगा।
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विवेक रंजन श्रीवास्तव

(लेखक को नवाचार व रचनात्मक साहित्यिक गतिविधियों के लिये रेड एण्ड व्हाइट पुरुस्कार मिल चुका है)

सोमवार, 2 मार्च 2015

E-mail ऐसे रोकें

ऐसा कम ही होता है कि आप किसी को गलत E-mail कर दें, लेकिन ऐसी गलती कभी-कभी हो भी जाती है। कभी आप भूल जाते हैं कि आपको किसी को E-mail करते समय CC में भी रखना था या जिसको E-mail कर रहे हैं उसको Gmail की ID पर नहीं बल्कि Office की E-mail आईडी पर E-mail करना था।

ऐसे स्थिति में आप क्या करते हैं? क्या आप जानते हैं कि आप ऐसे गलत E-mail को भेजने के बाद रोक भी सकते हैं।

अगर आप Gmail User हैं तो आप ऐसा कर सकते हैं। Gmail User’s E-mail भेजने के कुछ समय बाद तक अपने E-mail को रोक सकते हैं। इसके लिए निम्न Step पूरे करें-

Gmail पर Logion होने के बाद Screen के दायें ऊपर की ओर दिखाई देने वाले Gear Button को क्लिक करें।

यह Gear Button आपकी Google Plus Profile Image के ठीक नीचे दिखाई देता है, इसके Dropdown में से Setting चुनिये।

Gmail सेटिंग्स Option में जाकर आपको ऊपर की ओर कई सारे Features जैसे General, Labels, Inbox, Accounts, Chat, Themes दिखाई देते हैं।

यहाँ आपको 'Labs' Option पर Click करना है। इसके बाद Screen को Scroll करके नीचे की ओर जायें।

यहाँ भी आपको काफी सारे Option दिखाई देते हैं। Scroll करके आपको नीचे की ओर जाना है। यहाँ आपको अंतिम Option से पहले तीसरे नंबर पर 'Undo Send' दिखाई देगा।

इसी Option के सामने दो विकल्प Enable और Disble दिखाई देते है। आपको Enable पर क्लिक करना है।

इसके बाद Screen को नीचे की ओर Scroll करें और Save Changes बटन पर Click करें।

Save Changes पर Click करने के बाद, आप Inbox पर फिर से पहुँच जायेंगे। ए‌क बार फिर पहला Step दोहरायें और Setting को चुनें। Setting पर Click करते ही आपके सामने Default 'General' Tab खुलेगा। Tab में नीचे Scroll करें और 'Undo Send' का देखें। इस पर Tick Mark मिलेगा।

इस Tick Mark के ठीक नीचे आप खुद चुन सकते हैं कि एक भेजे गये E-Mail को रोकने के लिये आपको कितना समय चाहिये।

यहाँ आपको 5 से लेकर 30 सेकेंड का समय मिलता है। एक बार आपने अपना समय चुन लिया हो, तो नीचे की तरफ Scroll करें और Save Changes पर क्लिक करें।

अब आप ऊपर निर्धारित किये गये समय तक अपना Mail रोक सकते हैं। आप जब किसी को E-Mail भेजते हैं तो आपके समाने तुरंत Undo Send का Option आ जाता है, जिसका आप निर्धारित समय के अंदर इस्तेमाल कर सकते हैं।

शनिवार, 28 फ़रवरी 2015

Youtube के विडियो मोबाईल और कम्प्युटर से डाउनलोड करने का बेहतरीन तरीका

वैसे तो बहुत से तरीके और Sites हैं जहाँ से आप Youtube के Video को Download कर सकते हैं, लेकिन आज आपके लिये एक ऐसा तरीका है, जिसे करने के बाद आप अपने Computer  के साथ-साथ अपने Mobile से भी Youtube का कोई भी विडियो Download कर सकते हो- 
सबसे पहले Youtube पर जाकर कोई भी Video पर Click करें Video खुल जाने पर अब उसके URL में Youtube के पहले ss Type कर दें जैसे ये एक गाने का URL है http://www.youtube.com/watch?v=tuyiu5iVpYc अब इसमें आपको बस Youtube से पहले ss Type करना है तब आपका URL हो जायेगा-http://www.ssyoutube.com/watch?v=tuyiu5iVpYc ऐसा करने से आप Youtube के Video को अलग-अलग Farmet में Save कर सकते हैं और अगर आप अपने Mobile से Youtube के Video को Save करना चाहते हैं तो आपके Mobile में इस Video का URL होगा- http://www.m.youtube.com/watch?v=tuyiu5iVpYc इसमें आपको m की जगह बस ss Video करना है और Ok का Button दबाना हैं ऐसा करते ही आप Mobile से भी Youtube के Video को Download कर सकते हैं।

अपने मोबाईल से दूसरे मोबाईल में बैलेंस ट्रांसफर कैसे करें?

आज के समय में मोबाईल सबकी अभिन्न अंग बन गया है। चाहे छोटा हो या बड़ा, हर व्यक्ति मोबाईल का इस्तेमाल करता है। मोबाईल के सहारे ही हम घर से दूर रहकर परिवार के लोगों एवं मित्रों से सुख-दुख बातें कर पाते हैं, लेकिन यह तब संभव है, जब तक की मोबाईल में बैलेंस रहता है। वैसे तो रिचार्ज करने की सुविधा हर जगह उपलब्ध है, परंतु कभी-कभी मोबाईल का बैलेंस ऐसी स्थान पर खत्म होता है, जहाँ पर मोबाईल रिचार्ज करने की कोई सुविधा नहीं होती है। इसी परेशानी से छुटकारा हम और आप अब आसानी से पा सकते हैं। एक मोबाईल से दूसरे मोबाईल में बैलेंस ट्रांसफर करके। हम जब चाहें अपने मोबाईल से बैलेंस अपने मित्र या किसी रिश्तेदार के मोबाईल में अपना बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैं, वो भी बहुत आसानी से। 
लेकिन…इसके सुविधा को पाने के लिये थोड़ा सा शुल्क भी अदा करना होगा। इस सुविधा के जरिये हम 5 रुपये से लेकर 100 रुपये तक बैलेंस ट्रांसफर कर सकते है। बशर्ते दोनों नंबरों का नेटवर्क एक ही होना चाहिये। आपके लिये एक आसान सा ट्रिक, जिससे आप एक मोबाईल का बैलेंस दूसरे मोबाईल में आसानी से ट्रांसफर कर सकते हैं। 

अगर आपके पास एयरटेल का सिम हैं तो आप अपने मोबाईल से *141# डॉयल करें और सभी निर्देशों का अक्षरशः पालन करते हुये किसी भी एयरटेल नेटवर्क पर 5 रुपये से लेकर 50 रुपये तक का बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैं। एयरटेल नेटवर्क पर बैलेंस ट्रांसफर करने के लिये आपको 2 या 4 रुपये अतिरिक्त चुकाना पड़ेगा। 

अगर आपके पास aircel का सिम हैं तो आप किसी भी aircel नेटवर्क पर 5 रुपये से लेकर 100 रुपये तक का बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैं। बैलेंस ट्रांसफर करने के लिये आपको अपने Aircel सिम से *122*666# डॉयल करना होगा। नंबर डॉयल करने के बाद वह नंबर डालें जिस नंबर पर आपको बैलेंस ट्रांसफर करना है। 

अपने Idea नंबर से दूसरे आईडिया नंबर पर बैलेंस ट्रांसफर करने के लिये आपको एक मैसेज टाइप करना होगा- GIVE (space) Mobile Number (space) Amount लिखकर 55567 पर भेज दें। जैसे GIVE 9852XXXXXX 50 लिख कर 55567 पर SMS करना है। ऐसा करते ही उस मोबाईल नंबर पर उतने रुपये का बैलेंस ट्रांसफर हो जायेगा। 

अगर आपके पास BSNL का सिम हैं तो उसमें भी आपको बी.एस.एन.एल. नेटवर्क पर बैलेंस ट्रांसफर करने के लिये मैसेज बॉक्स में जाकर एक मैसेज टाइप करना पड़ेगा, जिसमें आपको लिखना है- GIFT <SPACE> AMMOUNT <SPACE>MOBILE NUMBER लिखकर 53733 पर मैसेज भेज दें, इतना करते ही आपका बैलेंस उस BSNL नंबर पर ट्रांसफर हो जायेगा, जिसका कि आप मैसेज में लिखोगे। जैसा की- GIFT 50 9473XXXXXX 

अगर आपके पास रिलायंस gsm का सिम हैं तो बैलेंस ट्रांसफर करने के लिये आपको अपने रिलायंस मोबाईल से 367 नंबर डॉयल करना होगा और निर्देशों का पालन करते हुये आगे बढ़ना होगा। डिफ़ॉल्ट पिन के रूप में आपको 1 दबाना होगा। ऐसा करते ही आपका बैलेंस उस रिलायंस नंबर पर ट्रांसफर हो जायेगा, जो नंबर आप टाइप करेंगे। 

Uninor का सिम इस्तेमाल करने वालों को Uninor नेटवर्क पर बैलेंस भेजने के लिये *202*mobile number*Ammount# लिखकर डॉयल करना होगा। ऐसा करते ही आपका बैलेंस उस नंबर पर ट्रांसफर हो जायेगा। 

अगर आपके पास VODAFONE का नंबर हैं तो आपको दूसरे वोडाफोन उपभोक्ता के नंबर पर बैलेंस ट्रांसफर करने के लिये *131*AMOUNT*MOBILE NUMBER (जिस पर बैलेंस भेजना हैं ) # डॉयल करना होगा। ऐसा करते ही VODAFONE उपभोक्ता के पास बैलेंस ट्रांसफर हो जायेगा।

भारतीय गणना

आप भी चौक गये ना? क्योंकि हमने तो नील तक ही पढ़े थे..!