शमशाद बेगम मुस्लिम परिवार की महिला है, परिवार में सास, जेठ, जेठानी, पति वदो बच्चे हैं, जो कि महिला विकास एवं बाल कल्याण के क्षेत्र में कार्य करती हैं साथ ही साथ विभिन्न शासकीय योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाते हुए उसका लाभ दिलाने का भी प्रयास करती है। आम लोग विशेषकर महिलाओं को स्वास्थ्य शिक्षा, महिला साक्षारता, 50% महिला आरक्षण का भरपूर लाभ उठाने हेतु प्रेरित करने का निम्नानुसार कार्य कर रही है –
- ग्रामीण महिलाओं को संगठित करने का सफल प्रयास।
- जमा राशि के उपयोग से महिलाएँ संबल बनाने हेतु।
- बैंक लिंकेज से महिलाएँ सूदखोरों के चुंगुल से मुक्त हुई।
- महिला कमाण्डो : सामाजिक बुराईयों का खात्मा एवं अच्छाईयों को प्रोत्साहित करने हेतु अनोखा कार्यक्रम।
- प्रतिवर्ष विश्वशांति एवं ग्राम स्वरोजगार के लिए 163 ग्रामों में दीप प्रज्जवल का दसवाँ वर्ष।
- एक ही दिन 163 ग्रामों में नवाचार कार्यक्रम।
- महिलाओं के स्वरोजगार हेतु नि:शुल्क सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित।
- साबुन निर्माण प्रशिक्षण देकर महिलाओं को प्रशिक्षित करना।
- स्वर्ण जयंती ग्राम स्वरोजगार योजना अंतर्गत समूह निर्माण का प्रथम, द्वितीय ग्रेडिंग तक पहुँचाना।
- नाबार्ड के साथ कार्यक्रम : समूह प्रबंधन, नेतृत्व क्षमता, जागरूकता शिविरों का आयोजन।
- 200 नवीन समूहों का गठन एवं बैंक लिंकेज कार्य अवधि 03 वर्ष विकासखण्ड गुण्डरदेही, जिला-दुर्ग (छत्तीसगढ़)।
- 200 निष्क्रिय समूहों को सक्रिय करते हुए बैंक लिंकेज करवाना, अवधि 08 माह, विकासखण्ड-पाटन, जिला-दुर्ग (छत्तीसगढ़)।
- पूरे भारत में प्रथम SHG रिसोर्स सेन्टर गुण्डरदेही में संचालित अवधि 03 वर्ष।
- समिति द्वारा 500 नवीन समूहों का गठन कार्य पूर्ण किया जा चुका है।
- भ्रुण हत्या के खिलाफ लोगों को जागरूक करने हेतु वाद-विवाद प्रतियोगिता।
- महिलाओं के आर्थिक विकास हेतु उन्हें रोजगार मूलक कार्यों से जोड़ने कीकामयाब कोशिशें।
- महिलाओं के राजनैतिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण के दिशा में बढ़ते सराहनीय कदम।
- महिलाओं की चेतना को सामाजिक कार्यक्रमों में सहभागिता की ओर ले चलने के प्रयत्न।
- विशाल महिला सम्मेलन का आयोजन प्रतिवर्ष।
- महिलाओं की सहभगिता से सामूहिक आदर्श विवाह का सफल आयोजन।
- विधवा/परित्यकता एवं नि:शक्त महिलाओं के पुनर्वास में सहयोग।
- संगोष्ठी एवं परिचर्चाओं का आयोजन कर महिलाओं के विचारों को सामाजिक मंच देने का प्रयास।
- बाल विवाह रोकथान हेतु जन-जागरण अभियान।
- स्वास्थ्य शिक्षा।
- उल्टी-दस्त बचाव हेतु परिवार एवं शालेय छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण।
- गरीब बालिकाओं की शिक्षा हेतु दत्तक पुत्री योजना में जनभागीदारी।
- 51 कृषक क्लब नाबार्ड के सौजन्य से गठित।
- 97 भूमिहिन मजदूर महिलाओं का 04 से 10 की संख्या में समूह निर्माण एवं मजदूर से मालिकान बनाने का कार्य।
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