ओंठ चाँटना : (i) लालच लागना। (लालच लगना)
पइसा-कउड़ी ला धर के ओंठ चाँटत बइठे रथे। असनो सूम मनखे का काम के।
(ii) पछताना (यथावत)
समे के पहिली जउन अपन जाक-जोखा जमा लेथे, ओकरे हुसियारी काम आथे। समे निकले के बाद ओंठ चाँटे ले कुछु नइ होय।
पइसा-कउड़ी ला धर के ओंठ चाँटत बइठे रथे। असनो सूम मनखे का काम के।
(ii) पछताना (यथावत)
समे के पहिली जउन अपन जाक-जोखा जमा लेथे, ओकरे हुसियारी काम आथे। समे निकले के बाद ओंठ चाँटे ले कुछु नइ होय।
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