Nvabihan
गुरुवार, 21 अगस्त 2014
काहत देरी होना
काहत देरी होना :
बात मुँहू ले निकलत साठ। (बात मुँह से निकलते ही)
टूरा ला खेले बर काहत देरी हे, ताँहले देख कइसे भागही तेला।
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