गुलछर्रा उड़ाना : मनमौजी खरचा करना। (मन माफिक खर्च करना)
पहिली के मालगुजार अउ बड़ जन नउकरी वाले बाप के एकलौता बेटा आए; पइसा बकबका गेहे तब गुलछर्रा उड़ाही नइ ते का करही।
पहिली के मालगुजार अउ बड़ जन नउकरी वाले बाप के एकलौता बेटा आए; पइसा बकबका गेहे तब गुलछर्रा उड़ाही नइ ते का करही।
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