Nvabihan
सोमवार, 16 मार्च 2015
घर राखत छेना थोपना
घर राखत छेना थोपना :
दुहरा लाभ लेना। (दोहरा लाभ लेना)
तोर इहाँ बहुरिया के बुध ला दूसर नइ पाए सुकालू, ओ तो घर राखत छेना थोपथे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
भारतीय गणना
आप भी चौक गये ना? क्योंकि हमने तो नील तक ही पढ़े थे..!
Caligraphy Marathi-Hindi
डॉ.खूबचंद बघेल
भारत की आजादी के आंदोलन में सक्रिय योगदान देकर एवं तत्कालीन भारत में चल रहे राजनैतिक-सामाजिक परिवर्तन तथा आर्थिक मुक्ति आंदोलन में हिस्सा ले...
चुनाव चिन्ह
Add caption
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें