रविवार, 13 मार्च 2016

सेहत के दोहे-88

जब भी लघुशंका करें, खड़े रहेयदि यार।

इससे हड्डी रीढ़की, होतीहै बेकार।।

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भारतीय गणना

आप भी चौक गये ना? क्योंकि हमने तो नील तक ही पढ़े थे..!