- प्रथम वर्ष 60 ग्रामों में 1816 परिवारों का चिन्हांकन कर उनमें से 1124 परिवारों का खाता खोला गया।
- 345 नये समूहों का गठन किया गया जिसमें 3450 महिलाएँ सम्मिलित हुई।
- नये एवं पुराने 700 समूहों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
- 60 ग्रामों में थीम कैम्प का आयोजन किया गया।
- ग्रामीणों को जागरूक बनाने 60 ग्रामों में कला जत्था द्वारा कार्यक्रम प्रस्तुति एवं वॉलपेंटिग कराया गया।
- कृषक क्लब 39 ग्रामों में बनाया गया।
- 97 संयुक्त देयता समूह बनाकर लघु एवं सीमांत कृषकों को जो रेघ एवं अधिया लेकर खेती करते है उन्हें कृषि कार्य व उत्पादन बढ़ाने 56 समूहों को 45 लाख तक लोन 3% ब्याज पर दिलवाया गया।
- 08 पंचायतों को निर्मल ग्राम बनाने हेतु चयन कर बैठकें व ग्रामीणो को प्रेरित किया गया। खुरसुनी, मोंहदीपाठ, भरदाकला, बोड़ेना, चिचलगोंदी, पेण्ड्री, खुटेरी रंग व डगनिया पंचायत शामिल है।
- 35 गरीब बालिकाओं की शिक्षा हेतु आर्थिक सहयोग प्रदान किया गया।
- कृषक क्लब व समूहों के सदस्यों को शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से भोपाल से सोयाबीन, दूध बनाना, बड़ी, पकौड़े व गुलाब जामुन बनाने संबंधी प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
- छोटी ककड़ी (गरिकन) एवं श्री पद्धति से धान की खेती परसदा (अभनपुर) एवं कुम्हारी का क्षेत्रीय भ्रमण कराया गया, फलस्वरूप इसकी खेती करने किसान तैयार हुए हैं।
- अंजोरा कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा समय-समय पर उन्नत फसल, टमाटर उत्पादों का प्रसंस्करण, आम के आचार, जूस निर्माण एवं न्यूट्रीशन तथा सब्जी, बड़ी संबंधी प्रशिक्षण दिलवाया गया। धान के प्रदर्शन हेतु 05 किसानों को स्वर्णा, कर्मा, मासुरी का धान बीज प्रदान किया गया।
- 01 जनवरी 2011 को विश्वशांति एवं स्वरोजगार तथानिर्मल ग्राम बनाने हेतु ‘‘शिक्षादीप” का आयोजन 163 ग्रामों में किया गया।
रविवार, 10 जुलाई 2011
विगत 01 वर्ष में रिसोर्स सेंटर की उपलब्धियाँ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
भारतीय गणना
आप भी चौक गये ना? क्योंकि हमने तो नील तक ही पढ़े थे..!
-
भारत की आजादी के आंदोलन में सक्रिय योगदान देकर एवं तत्कालीन भारत में चल रहे राजनैतिक-सामाजिक परिवर्तन तथा आर्थिक मुक्ति आंदोलन में हिस्सा ले...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें