नेताजी मरकर सीधे नर्क पहुंचे।
यमदूत ने कहा : यहां तीन कमरे हैं , खुद ही तय कर लो , किस में रहना है।
पहले में गए तो वहां आग और धुआं भरा हुआ था। सांस लेना भी दूभर।
नेता जी ने कहा : यहां नहीं, दूसरे कमरे में चलो।
दूसरे कमरे में यमदूत बेरहमी से सबकी पिटाई कर रहा था।
वहां का नजारा देखकर नेताजी के होश उड़ गए, डर कर बोले तीसरे कमरे में चलो।
तीसरे कमरे में सब कुछ शांत था। लोग आराम से बैठे खा- पी रहे थे।
नेताजी ने कहा : यहीं ठीक है। वह भी भीड़ में घुस गए। एक कप कॉफी लेकर आराम से कुर्सी पर बैठकर सिप करना शुरू ही किया था कि लाउडस्पीकर पर अनाउंस हुआ : लंच टाइम खत्म, पिटाई शुरू।
यमदूत ने कहा : यहां तीन कमरे हैं , खुद ही तय कर लो , किस में रहना है।
पहले में गए तो वहां आग और धुआं भरा हुआ था। सांस लेना भी दूभर।
नेता जी ने कहा : यहां नहीं, दूसरे कमरे में चलो।
दूसरे कमरे में यमदूत बेरहमी से सबकी पिटाई कर रहा था।
वहां का नजारा देखकर नेताजी के होश उड़ गए, डर कर बोले तीसरे कमरे में चलो।
तीसरे कमरे में सब कुछ शांत था। लोग आराम से बैठे खा- पी रहे थे।
नेताजी ने कहा : यहीं ठीक है। वह भी भीड़ में घुस गए। एक कप कॉफी लेकर आराम से कुर्सी पर बैठकर सिप करना शुरू ही किया था कि लाउडस्पीकर पर अनाउंस हुआ : लंच टाइम खत्म, पिटाई शुरू।
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