गुण्डरदेही विकासखण्ड में उक्त प्रयासों के फलस्वरूप विशेष रूप से अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक वर्ग की महिलायें सामाजिक, राजनातिक एवं आर्थिक रूप से सशक्त हुई है तथा स्वयंसिद्धा कहला रही हैं। नवसाक्षर महिलायें कक्षा 5 वीं, 8वीं की परीक्षाएँ उत्तीर्ण कर रही है। शादी-ब्याह एवं पारिवारिक सामाजिक कार्यक्रमों में अपना निर्णय दे रही हैं। अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 10,000 की संख्या में विशाल समूह में स्व-प्रेरित एकत्र होकर माईक में भाषण दे रही हैं तथा स्वयं के द्वारा किये गये कार्यों का उल्लेख कर अन्य महिलाओं को प्रेरित कर रही हैं। बैंकों से संपर्क कर ॠण प्राप्त कर रही है और विभिन्न प्रकार के व्यवसायों से जुड़कर स्वयं तथा अपने समूह को सशक्त कर रही है एवं 50 महिला आरक्षण का भरपूर लाभ ले रही हैं।
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