दिनाँक 15 मई 2002 एवं 16 अप्रैल 2003 को हमारे विकासखण्ड में महिलाओं को प्रेरित कर उनकी ही सहभागिता से फिजुलखर्ची के विरूद्ध गुण्डरदेही के पावन धरा पर क्रमश: 11 जोड़े एवं 18 जोड़े वर-वधुओं का आदर्श विवाह सम्पन्न करवाकर समाज एवं प्रदेश में ग्रामीण महिलाओं की भागीदारी दर्ज हो पाई है। यह आयोजन चीर-स्मरणीय व विश्व के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गया। अब सभी महिलाओं ने हर साल ऐसे आयोजन करने हेतु संकल्प लिया है।
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