अटकर करना : (i) अनमान लगाना। (अनुमान लगाना)
एसो के धान हा बढ़िया दिखत हे। अटकर कर तो रामपरसाद, कतका हो जही।
(ii) सुरता करना। (स्मरण करना)
बड़ बेर के अटकर करत रेहेंव, देखे-देखे कस लागत हे... कोन आए कहिके। तोर भाखा ला ओरखेंव, तब जानेंव ए तो ननपन के मितान गोपाल आए।
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