Nvabihan
शनिवार, 9 अगस्त 2014
कान ठड़ियाना :
कान ठड़ियाना :
सावचेत होना। (सचेत होना)
बिलई ला देखते साठ मुसुवा के कान ठड़ियागे अउ सुट ले अइसे लुकइस के बिलई हा खोजते रहिगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
भारतीय गणना
आप भी चौक गये ना? क्योंकि हमने तो नील तक ही पढ़े थे..!
चुनाव चिन्ह
Add caption
Caligraphy Marathi-Hindi
डॉ.खूबचंद बघेल
भारत की आजादी के आंदोलन में सक्रिय योगदान देकर एवं तत्कालीन भारत में चल रहे राजनैतिक-सामाजिक परिवर्तन तथा आर्थिक मुक्ति आंदोलन में हिस्सा ले...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें