बी.ए. पढ़इया बनगे बइला ।एम. ए. डिगरी वाले,इहाँ धोवत हे मइला ।बी.काम. करइया,जिनगी मा होगे बेकाम ।एम.ए. वाले मन बर,घलो नइहे काम ।जउन पढ़ेहे बी.ए.सी.,वहू मन हा धोवथे,होंटल मा कप-बसी ।चोरी हारी लेबाँचव संगी,तुँहर मन केमत होवय हाँसी ।खोरबाहरा राम साहू
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भारतीय गणना
आप भी चौक गये ना? क्योंकि हमने तो नील तक ही पढ़े थे..!
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भारत की आजादी के आंदोलन में सक्रिय योगदान देकर एवं तत्कालीन भारत में चल रहे राजनैतिक-सामाजिक परिवर्तन तथा आर्थिक मुक्ति आंदोलन में हिस्सा ले...
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