शुक्रवार, 26 जुलाई 2013

असतिन के साँप

येती आरक्छन के आगी
वोती बेरोजगारी के ताव
बचाना हे देस ला, त
राँड़ अऊसाँड़ से बचाव ।
आटो स्पेसलिस्ट राघवन हे
तेलगी स्टाम्प घोटाला हे
बोफोर्स के बाते ल छोड़
बड़े-बड़े के मुहूँ काला हे ।
जन परतिनिधि हरे
फेर जनता के बात उठाय के
पइसा खात हे
अब तो एक ठन मुहिम लान देव ।
अइसन नेता ला
फॉंसी मा टॉंग देव ।
अऊ दुनिया ल बताव
हमर महतारी तरफ
आँखी जे उठाही
हिन्दुस्तानी उखर टेंटवा ला
अइसने दबाही ।
घर में खाय बर नहीं 
नेतागिरी के साध करत हे
गाँव बोहावत हे
रयपुर दिल्ली के बात करत हे ।
निरासरित पेनसन ला
सरपंच सचिव खात हे
पंचायत मंतरी परेवा उड़ात हे ।
अऊ काहत हे-
सान्ति चाहिए त हमर रद्दा मा आ
सबो तो खात हे यार
चुप्पे तहूँ खा ।
आम जनता ह मरत हे
सरकस के सेर हा कभू
रिंग मासटर ला चेचकारे हे ?
आज जिहाँ दंगा करात हे
काली उहाँ राहत पहुँचात हे
अइसे पसरे इँखर दुकान हे
बब्बर सेर के आगू मा कहूँ
मनखे के पहिचान हे ।
ये सब ल सोंच के लगथे
वोट देवई घलो जंजाल होगे
चुने तो रेहेन नेता दलाल होगे ।
का करन मजबूरी हे
वोटिंग तो घलो जरूरी हे
नीहीं ते आज गदहा के आगू में 
काँदी कोन डालथे
असतिन के साँप कोन पालथे ।...

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