बचपन टीना-टप्पर हे
कबाड़ कस जवानी हे
बीता भर पेट के
मूड़ भर कहानी हे ॥
बताव बँगला गाड़ी के
हमला का बानी हे ।
गाँधी के लँगोटी हे
हाँत भर के छानी हे ॥
उँखर बर छत्तीसगड़
खइ अऊखजानी हे ।
हमर जिहाँ रोजी-रोटी
उही राजधानी हे ॥
जरे हमर किसमत भइया
जरे जिनगानी हे ।
थारी मा उँखर दूद-भात
आँखी मा हमर पानी हे ॥
कोन कथे सुराज हे
सुघ्घर जिनगानी हे ।
पीरा के पहाड़ मा
भटकत परानी हे ॥
कबाड़ कस जवानी हे
बीता भर पेट के
मूड़ भर कहानी हे ॥
बताव बँगला गाड़ी के
हमला का बानी हे ।
गाँधी के लँगोटी हे
हाँत भर के छानी हे ॥
उँखर बर छत्तीसगड़
खइ अऊखजानी हे ।
हमर जिहाँ रोजी-रोटी
उही राजधानी हे ॥
जरे हमर किसमत भइया
जरे जिनगानी हे ।
थारी मा उँखर दूद-भात
आँखी मा हमर पानी हे ॥
कोन कथे सुराज हे
सुघ्घर जिनगानी हे ।
पीरा के पहाड़ मा
भटकत परानी हे ॥
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