अंतस— सं. हृदय, दिल।
शनिवार, 31 मई 2014
शुक्रवार, 30 मई 2014
गुरुवार, 29 मई 2014
अँटियाल
अँटियाल (वल)— वि. 1.जो ऐंठ गया हो, जिस पर बल पड़ा हो। 2.अकड़ा हुआ। 3.घमंड किया हुआ। 4.अँगड़ाई लिया हुआ। 5.ऐंठ चढ़ाया हुआ, ऐंठा हुआ।
अँटाल
अँटाल (वल)— वि. 1.जो कम हो गया हो, घटा हुआ। 2.जो समाप्त या खाली हो गया हो। 3.सूखा हुआ। 4.ऐंठ चढ़ा हुआ।
अँटवाल
अँटवाल (वल)— वि. 1.रस्सी आदि बटवाया हुआ। 2.किसी वस्तु को समाप्त या कम कराया हुआ। 3.सुखाने के लिए प्रवृत्त किया हुआ।
रविवार, 25 मई 2014
शुक्रवार, 23 मई 2014
अँकुआ
अँकुआ (वा)— वि. 1.दागने या चिन्हित करने के लिए प्रयुक्त होने वाला(औजार)। 2.दागा हुआ, चिन्हित किया हुआ। 3.अनुमान लगाया हुआ।
गुरुवार, 22 मई 2014
बुधवार, 21 मई 2014
मंगलवार, 20 मई 2014
अँ
सर्व. 1.अभिप्रेत वस्तु की जिज्ञासा का सूचक शब्द। 2.कौन सी वस्तु या बात? 3.क्या?
क्रि.वि. क्यों? किसलिए?
विस्मयादि. एक अव्यय जो आश्चर्य, असम्मति आदि का सूचक है।
अ
अ— देवनागरी वर्णमाला का पहला अक्षर स्वर वर्ण, इसका उच्चारण कंठ से होता है। सभी व्यंजन वर्णों का उच्चारण ‘अकार’ युक्त होता है, जैसे ‘क्+अ=क, ख्+अ=ख इत्यादि। निषेध, अभाव तथा विपर्याय के अर्थ में इसका प्रयोग उपसर्ग की तरह होता है, जैसे ‘अनींदा, अबोला, अगम’। जब किसी व्यंजन का उच्चारण इसके बिना होता है तब वह हल् कहलाता है।
सोमवार, 19 मई 2014
गुरुवार, 15 मई 2014
उपयोगी बातें
कुछ ऐसी बातें जिनके बारे में आपको और हमें जानकारी नहीं होती लेकिन मुसीबत के समय यह बहुत मददगार साबित होगी।
मोबाईल इमरजेंसी नंबर
दुनिया भर में मोबाईल का इमरजेंसी नंबर 112 है । अगर आपका मोबाईल कवरेज एरिया से बाहर हैं तो 112 नंबर द्वारा आप उस क्षेत्र के नेटवर्क को सर्च करें लें। मुख्य बात यह है कि यह नंबर तब भी काम करता है जब आपका की पैड लॉक हो।
मोबाईल की बैटरी में अभी जान अभी बाकी है
मोबाईल जब बैटरी लो दिखाये और उस दौरान आपको जरुरी कॉल करनी हो, ऐसे में आप *3370# डॉयल करें, आपका मोबाईल फोन फिर से चालू हो जायेगा और आपका सेलफोन बैटरी में 50% का इजाफा दिखायेगा। मोबाईल का रिजर्व स्टॉक दोबारा चार्ज हो जायेगा, जब आप अगली बार मोबाईल को हमेशा की तरह चार्ज करेंगे।
मोबाईल चोरी होने पर
मोबाईल फोन चोरी होने की स्थिति में सबसे पहले जरुरत होती है, फोन को निष्क्रिय करने का जिससे चोर उसका दुपयोग न करें सके । अपने फोन के सीरयल नंबर को चेक करने के लिये *#06# दबायें। इसे दबाते ही आपके मोबाईल स्क्रीन पर 15 डिजिट का एक कोड नंबर आयेगा। इसे अपनी डायरी में नोट करें सुरक्षित रख लें। जब कभी आपका फोन खो जाये, उस दौरान अपने सर्विस प्रोवाइडर को ये कोड देंगे तो वह आपके हैण्डसेट को लॉक करें देगा।
कार की चाभी खो जाने पर
अगर आपकी कार की “रिमोर्ट-कीलेस-इंट्री’’ है, और गलती से कार की चाभी कार में बंद रह गयी है और दूसरा चाभी घर पर है तो आपका मोबाईल काम आ सकता है। घर में किसी व्यक्ति के मोबाईल फोन पर कॉल करें। घर में बैठे व्यक्ति से कहें कि वह अपने मोबाईल को होल्ड रखकर कार की चाभी के पास ले जायें और चाभी के अनलॉक बटन को दबाये साथ ही आप अपने मोबाईल फोन को कार दरवाजे के पास रखें, दरवाजा खुल जायेगा।
मोबाईल इमरजेंसी नंबर
दुनिया भर में मोबाईल का इमरजेंसी नंबर 112 है । अगर आपका मोबाईल कवरेज एरिया से बाहर हैं तो 112 नंबर द्वारा आप उस क्षेत्र के नेटवर्क को सर्च करें लें। मुख्य बात यह है कि यह नंबर तब भी काम करता है जब आपका की पैड लॉक हो।
मोबाईल की बैटरी में अभी जान अभी बाकी है
मोबाईल जब बैटरी लो दिखाये और उस दौरान आपको जरुरी कॉल करनी हो, ऐसे में आप *3370# डॉयल करें, आपका मोबाईल फोन फिर से चालू हो जायेगा और आपका सेलफोन बैटरी में 50% का इजाफा दिखायेगा। मोबाईल का रिजर्व स्टॉक दोबारा चार्ज हो जायेगा, जब आप अगली बार मोबाईल को हमेशा की तरह चार्ज करेंगे।
मोबाईल चोरी होने पर
मोबाईल फोन चोरी होने की स्थिति में सबसे पहले जरुरत होती है, फोन को निष्क्रिय करने का जिससे चोर उसका दुपयोग न करें सके । अपने फोन के सीरयल नंबर को चेक करने के लिये *#06# दबायें। इसे दबाते ही आपके मोबाईल स्क्रीन पर 15 डिजिट का एक कोड नंबर आयेगा। इसे अपनी डायरी में नोट करें सुरक्षित रख लें। जब कभी आपका फोन खो जाये, उस दौरान अपने सर्विस प्रोवाइडर को ये कोड देंगे तो वह आपके हैण्डसेट को लॉक करें देगा।
कार की चाभी खो जाने पर
अगर आपकी कार की “रिमोर्ट-कीलेस-इंट्री’’ है, और गलती से कार की चाभी कार में बंद रह गयी है और दूसरा चाभी घर पर है तो आपका मोबाईल काम आ सकता है। घर में किसी व्यक्ति के मोबाईल फोन पर कॉल करें। घर में बैठे व्यक्ति से कहें कि वह अपने मोबाईल को होल्ड रखकर कार की चाभी के पास ले जायें और चाभी के अनलॉक बटन को दबाये साथ ही आप अपने मोबाईल फोन को कार दरवाजे के पास रखें, दरवाजा खुल जायेगा।
मोबाईल से मोबाईल में बैलेन्स ट्रान्सफर
जरुरत पड़ने पर आप कोई भी मोबाईल कम्पनी का बैलेन्स ट्रान्सफर करें अपने करीबियों, परिचितों या अन्य व्यक्तियों की मोबाईल बैलेन्स ट्रान्सफर द्वारा करके मदद करें सकते हैं, बशर्ते दोनों मोबाईल समान नेटवर्क द्वारा संचालित हो रहा हो। लगभग अधिकाँश मोबाईल कम्पनियों ने एक मोबाईल से दूसरे मोबाईल में बैलेन्स ट्रान्सफर करने की सुविधा प्रदान करें रखी है। इसके लिये आपको प्रत्येक मोबाईल कम्पनियों द्वारा तयशुदा निर्देशित मापदंडों को अपनाना पड़ेगा–
TATA DOCOMO
(Mobile to Mobile Balance Transfer On TATA DOCOMO Network ) SMS कीजिये–BT बैलेन्स प्राप्त करने वाला मोबाईल नम्बर और राशि को 54321 पर कीजिये ।
जैसे– 9000000000 पर 50 रुपये का बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये टाइप करें–
जैसे– 9000000000 पर 50 रुपये का बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये टाइप करें–
BT 9000000000 50 और सेंट कीजिये– 54321 पर।
नोट– हर ट्रान्सफर पर एक रुपये का सर्विस चार्ज कटेगा।
अपने एयरटेल मोबाईल से *141# नम्बर पर डॉयल करें और बताये जाने वाले निर्देश का पालन करें।
AIRCELL
(Mobile to Mobile Balance Transfer On AIRCELL Network )
बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये अपने एयरसेल फोन से *122*666# डॉयल करें और निर्देशों का पालन करें।
नोट– 1. हर ट्रान्सफर पर एक रुपये सर्विस चार्ज कटेगा।
2. दिनभर में केवल एक बार और प्रीपेड सर्विस वाले मोबाईल के बीच ही बैलेन्स ट्रान्सफर हो सकता है।
आपको सिर्फ एक SMS भेजना होगा।
टाइप करें– GIFT बैलेन्स प्राप्त करने वाला– मोबाईल नम्बर, राशि और 53733 पर भेज दें।
नोट– हर ट्रान्सफर पर एक रुपये का सर्विस चार्ज कटेगा।
AIRTEL
(Mobile to Mobile Balance Transfer On AIRTEL Network )अपने एयरटेल मोबाईल से *141# नम्बर पर डॉयल करें और बताये जाने वाले निर्देश का पालन करें।
AIRCELL
(Mobile to Mobile Balance Transfer On AIRCELL Network )
बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये अपने एयरसेल फोन से *122*666# डॉयल करें और निर्देशों का पालन करें।
नोट– 1. हर ट्रान्सफर पर एक रुपये सर्विस चार्ज कटेगा।
2. दिनभर में केवल एक बार और प्रीपेड सर्विस वाले मोबाईल के बीच ही बैलेन्स ट्रान्सफर हो सकता है।
B.S.N.L.
(Mobile to Mobile Balance Transfer On B.S.N.L. Network)आपको सिर्फ एक SMS भेजना होगा।
टाइप करें– GIFT बैलेन्स प्राप्त करने वाला– मोबाईल नम्बर, राशि और 53733 पर भेज दें।
जैसे– 9000000000 पर 50 रुपये का बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये टाइप करें– GIFT 9000000000 50 और 53733 पर SMS कीजिये।
जैसे– 9000000000 पर 50 रुपये का बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये डॉयल करें *131*50* 9000000000#
नोट– हर ट्रान्सफर पर दो से चार रुपये सर्विस चार्ज कटेगा।
आइडिया से आइडिया में बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये एस.एम.एस. टाइप करें–
VODAPHONE
(Mobile to Mobile Balance Transfer On VODAPHONE Network ) वोडाफोन से वोडाफोन में बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये डॉयल करें *131*राशि* राशि प्राप्त करने वाला मोबाईल नम्बर#।जैसे– 9000000000 पर 50 रुपये का बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये डॉयल करें *131*50* 9000000000#
नोट– हर ट्रान्सफर पर दो से चार रुपये सर्विस चार्ज कटेगा।
IDIA
(Mobile to Mobile Balance Transfer On IDIA Network )आइडिया से आइडिया में बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये एस.एम.एस. टाइप करें–
SMS GIVE बैलेन्स प्राप्त करने वाला मोबाईल नम्बर और राशि+ 55567 पर कीजिये।
जैसे– 9000000000 पर 30 ररुपये का बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये एस.एम.एस. टाइप करें– GIVE 9000000000 30 और 55567 पर एस.एम.एस. कीजिये।
(विशेष- बड़ा बैलेन्स ट्रान्सफर करने के पहले बहुत कम राशि को ट्रान्सफर करके चेक करें लें।)
जैसे– 9000000000 पर 30 ररुपये का बैलेन्स ट्रान्सफर करने के लिये एस.एम.एस. टाइप करें– GIVE 9000000000 30 और 55567 पर एस.एम.एस. कीजिये।
(विशेष- बड़ा बैलेन्स ट्रान्सफर करने के पहले बहुत कम राशि को ट्रान्सफर करके चेक करें लें।)
बुधवार, 14 मई 2014
कैसा होता होगा असली धार्मिक इन्सान!
अक्सर संगठित धर्मों की जमी-जमाई बासी परिभाषाओं, उनकी हृदयहीनता पर संवेदनशील लोग सवाल उठाते हैं। सिर्फ यह कहने से कि धर्म लोगों की अफीम है, धर्म के वर्तमान स्वरूप से मुक्ति नहीं मिल सकती। सच तो यह है कि ये तथाकथित धार्मिक लोग बलात्कारी, भ्रष्ट, राजनीति में लिप्त, हद दर्जे के लम्पट होते हुए भी हमारे ओपिनियन मेकर्स हैं। बड़ी संख्या में गृहणियां, रिटायर्ड लोग, महत्वकांक्षी लड़के-लडकियां, अपनी ही बेवकूफियों और नासमझी में फंसे लोग इन 'धार्मिक' लोगों के आगे पीछे घूमते दिखते हैं। भारतीय सब-कॉन्शस मन पर इसकी पकड़ भयंकर रूप से गहरी है।
तो ऐसे ही सोचा कि कैसा होना चाहिए एक सही अर्थ में धार्मिक व्यक्ति...एक अज्ञात सत्य की तलाश में लगा वो कितना विनम्र, ईमानदार और सच्चा और सरल हो जाता होगा। समूची कुदरत के साथ एक हो जाता होगा... कैसे समस्त विभाजनों से परहेज करता होगा... और आज हम जिन्हें धार्मिक मानते हैं, उन्हें देख कर क्रोध कम, दुःख का अनुभव ज़्यादा होता है। सोचा आपके साथ शेयर करूं...
यदि कोई सही अर्थ में धार्मिक होगा, तो सबसे पहले वह दाढ़ी बढ़ाकर, अलग किस्म के कपड़े पहन कर अलग दिखने की कोशिश नहीं करेगा। वह अपने व्यक्तित्व को लेकर एक और विभाजन का निर्माण नहीं करेगा। जैसे बाकी लोग हैं, वैसा ही दिखेगा। वह प्रश्न उठाएगा; प्रश्नों को आमंत्रित करेगा न कि उनसे घबरा कर धर्म ग्रंथों के पीछे पनाह लेगा। न ही कहानी किस्सों में उलझाएगा, न किसी रूमानी भविष्य या अतीत की यात्रा पर लोगों को ले जाने की कोशिश करेगा। वह लोगों का मनोरंजन नहीं करेगा, लतीफ़े सुना कर, भजन कीर्तन में उन्हें फंसा कर। सारे सतही खेल-तमाशों के बीच वह इशारे करेगा उन आवाजों की ओर, जो हमारी घायल दुनिया के बेढंगे शोर के नीचे कहीं दब गई हैं। हल्के, महीन इशारे करेगा और शायद आपको छोड़ देगा, अपने ह्रदय के क्रूर एकाकीपन के साथ, उस सत्य की खोज करने के लिए जिसे आप खुद के बाहर कहीं ढूंढ़ रहे हैं। लेकिन वह आपके दर्द के अहसास में आपके साथ हमेशा बना रहेगा।
जो सही अर्थ में धार्मिक होगा, वह सही अर्थ में प्रेमी भी होगा... मुदिता, करुणा, मैत्री, और उपेक्षा भाव वाला प्रेमी। आपके करीब भी, आपसे दूर भी। वह अपनी अनुपस्थिति में आपको प्रेम करेगा, आपको सिखाएगा, आपसे सीखेगा, आपका हाथ थामेगा। लेकिन अपनी अनुपस्थिति में। वह एक अर्थ में क्रूर भी होगा, आपके लिए नहीं, हर उस चीज़ के लिए जिसने इस धरती को मैला कर दिया है, हमारे हर दिन को एक न खत्म होने वाले संघर्ष में बदल दिया है, जिसने बचपन की उम्र कम दी है। ऐसी हर चीज़ के लिए वह झुलसा देने वाली एक लपट होगा। वह एक मशाल होगा। न ही उसकी कोई जात होगी, न कोई मज़हब, न कोई देश, न कोई ठिकाना। न वह कोई स्त्री होगा, न ही पुरुष। एक अपरिभाषित, अज्ञेय अस्तित्व।
सबको हैरान कर देने वाला; बस दिल में आने वाला, समझ में न आने वाला।
http://blogs.navbharattimes.indiatimes.com/chaitanyanagar
आसाराम बापू का सच क्या है
कहते हैं जब समय ख़राब आता है तब इन्सान की परछाई भी उसका साथ छोड़ जाती है। मुझे लगता है कुछ ऐसा ही आसाराम बापू के साथ भी हुआ है। वर्ना जाने कितने बड़े – बड़े नेता , मंत्री , मुख्यमन्त्री उनके प्रवचनों पर पहुँचते थे। आज सब ने उनसे कन्नी काट ली है। जब से उन पर बलात्कार का आरोप लगा है।
पता नहीं इन आरोपों में कितनी सच्चाई है यह तो आरोप लगाने वाला ही जानता होगा। आरोप का क्या है कोई भी किस पर लगा सकता है। कई बार आपसी खुंदक में ही लोग आरोप लगा देते हैं। अभी जल्दी में ही डी एस पी जिया उल हक़ की विधवा ने रघु राज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैय्या पर अपने पति की हत्या करवाने का आरोप लगा दिया। बिन बुलाये मुसीबत उनके गले मढ़ गई। उनको न लेना एक न देना दो पर क्या करे, मंत्री पद भी गया। इतनी लम्बी जाँच पड़ताल के बाद नतीजा वही ढांक के तीन पात। मुफ्त में परेशानी अलग झेलनी पड़ी।पहले तो C .B .I जाँच करवाने का प्रदेश सरकार पर दबाब बनाया। अब जब C .B .I को उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला तो नई कहानी शुरू कर दी कि अभी अदालत का निर्णय नहीं आया है। अभी उन्हें दोबारा से मंत्री क्यों बनाया जा रहा है। उस समय भी सारे के सारे न्यूज चैनल राजा भैय्या के खिलाफ हुंकार भर रहे थे। इल्जाम लगाने वाला मस्ती से सरकारी सुवधाओं का आनन्द ले रहा है। उस पर कोई कार्यवाही नहीं क्यों ?
अब आता हूँ आसाराम बापू के मामले में, तो पहले बता दू कि न तो मै इनका भक्त हूँ और न ही कहीं इनके सत्संग में गया। लेकिन जब भी मुझे कुछ गलत लगता है तो मैं उसका समर्थन नहीं कर सकता।
ऐसा लगता है बहुत सारे ब्लागर के अन्दर हलाहल भरा हुआ है। जब भी उन्हें मौका मिलता है वह अपना जहर उगलना शुरू कर देते हैं। आसाराम बापू के खिलाफ भी लोगो ने जम कर विष वमन किया और कर रहे हैं। एक भेड़ चाल है एक ने जहर उगला तो दूसरा शुरू हो गया दुसरे को देख कर तीसरा और इस तरह से एक झुण्ड चाहे वह मीडिया का हो या ब्लागर का सारे के सारे शुरू हो जाते हैं।
एक ब्लागर हैं महेंद्र श्रीवास्तव जिन्होंने ने अपने परिचय में लिखा है कि वह पिछले 6 सालो से न्यूज चैनल से जुड़े हैं। उन्होंने आसाराम बापू के खिलाफ जहर उगलते हुए एक फोटो भी एक अमेरिकन की लगाई जिसकी सूरत काफी कुछ आसाराम बापू से मिलती हुई सी है वह शख्स अपने गोद में एक स्त्री को बैठाये हुए है। पहले तो यह जनाब उस व्यक्ति को आसाराम बापू ही बताते रहे जब कई लोगो ने इनकी खिंचाई की तब भी उसे हटाया नहीं बल्कि लिख दिया पहचानो कौन। यह तो मानसिकता है आज कल के लोगो की और मुख्य रूप से न्यूज चैनल से जुड़े हुए लोगी की। पिछले कुछ दिनों से एक होड़ सी लगी हुई है न्यूज चैनलों में आसाराम बापू के खिलाफ जहर उगलने की। प्रतिदिन ही शाम को किसी न किसी चैनल पर आसाराम बापू के खिलाफ वाद- प्रतिवाद हो रहा होता है। ऐसा लगता है इन न्यूज चैनलों ने अपनी अलग से अदालत बना ली है और उसमे आसाराम बापू को कटघरे में खड़ा करके तरह – तरह के आरोप लगाना शुरू कर देते हैं। पता नहीं कहाँ से ऐसे साधु – गेरुआ वस्त्र धारी को पकड़ कर ले आते हैं जिन्हें कोई जानता भी नहीं न ही उनका कोई वजूद है और उन लोगो के माध्यम से विष वमन का कार्य शुरू हो जाता है। मै समझता हूँ जितने लाख आसाराम बापू के अनुयायी हैं उतने शायद ही किसी के होंगे। अब उनसे इर्ष्या होना तो स्वाभाभिविक ही है, यह लोग निजी इर्ष्यावश जहर उगलने का कार्य शुरू कर देते हैं। पानी पी - पी कर गाली दे रहे हैं।
सारे के सारे ऐसा प्रकट कर रहे हैं कि इनसे बड़ा कोई ब्रह्मचारी नहीं है। स्त्री के सामने आते ही इनकी नजरे जमीन में गड़ जाती हैं।
कहावत है मुंह में राम, बगल में छुरी, वह हाल है इन न्यूज चैनलो में इन जहर उगलने वाले लोगो का। अभी एक सुन्दर सी लड़की मिनी स्कर्ट पहन कर सामने आ जाय तो वहीँ लार टपकने लगेगी। चले हैं नैतिकता का पाठ पढ़ाने।
यहाँ पर आसाराम बापू के विषय में कुछ प्रश्न ऐसे हैं जो अनुत्तरित हैं।
===============================================
जैसे कि इस घटना से पहले से ही एक अमेरिकन जो की चाल–ढाल से आसाराम बापू जैसा ही देखने में लगता है उसकी आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया पर डाल कर आसाराम बापू को बदनाम करने का प्रयास कौन कर रहा है।
- जिस व्यक्ति ने अपनी बेटी पर बलात्कार करने का आरोप आसाराम बापू पर लगाया वह 6 दिन बाद क्यों लगाया? कही ऐसा तो नहीं कि अगर आरोप तुरंत लगाता तो मेडिकल जाँच होने पर यह साबित हो जाता कि बलात्कार हुआ ही नहीं है। लेकिन इतने दिन बाद इस तरह की जाँच हो नहीं सकती।
- जोधपुर से शाहजहाँपुर पहुँच गई इस बीच कम से कम माँ को तो बता सकती थी, किन्तु नहीं बताया क्यों
- दूसरी बात अगर लड़की किसी कारणवश आश्रम में विरोध नहीं भी कर सकी पर आश्रम से निकलने के बाद तो तुरंत अपने मां -बाप से कह सकती थी। इतने दिन इन्तजार क्यों किया गया?
- जब लड़की को कोई बीमारी या परेशानी नहीं थी फिर जरुरत क्या थी उसको जोधपुर ले जाने की। आदमी छोटी- मोती बीमारी पर जल्दी डाक्टर के पास नहीं जाता है यहाँ बिना बीमारी के आप इतनी दूर पुरे परिवार के साथ गए लड़की का इलाज करवाने ?
- इसमें कोई शक नहीं कि यह व्यक्ति काफी ऊँची पहुँच वाला है वर्ना शाहजहाँपुर से दिल्ली आकर पुलिस में रिपोर्ट लिखवाता है और वह लिख ली जाती है। जबकि या तो रिपोर्ट जोधपुर में लिखी जाती या फिर शाहजहाँपुर में।
- मैंने पढ़ा है कि पुलिस ने इस केस में जो धाराए लगाई उसमे आरोपी को यह सिद्ध करना है कि वह निर्दोष है।
- आरोपी का कहना है कि बापू को वशीकरण विद्या आती है जिससे वह सबको वश में कर लेते हैं। अब अगर ऐसा था तब तो उन्हें जाँच करने वाले अधिकारी पर ही यह अस्त्र चलाना चाहिए था , और अगर वहां नहीं चलाया तो जज साहब पर चला कर जेल जाने से तो बच सकते थे।
- राजस्थान के मुख्य मंत्री का बयान आया कि अधिकारी बिना किसी दबाब में आये आसाराम बापू के खिलाफ कार्यवाही करे। समझ में नहीं आया कि एक मुख्य मंत्री को ऐसी क्या आवश्यकता पड़ गई कि वह विशेष रूप से पुलिस अधिकारी को इस तरह के निर्देश दे रहे हैं।
- आरोपी कहता है वह तीन लाख रूपये अपने बच्चो की पढाई के लिए हर साल आश्रम में देता है और उसने शाहजहाँपुर के आश्रम बनवाने में भी बहुत पैसा दिया है। जो आदमी इतना पैसा खर्च करता है उसकी आमदनी भी 15 -20 लाख तो सालाना होगी ही। अगर और कोई मामला होता तो सबसे पहले आयकर वाले उसकी आमदनी चेक करने बैठ जाते।
- आरोपी ने शाहजहाँपुर में एक बहुत बड़ा जलूस आसाराम बापू के खिलाफ निकला। एक आम आदमी तो इस तरह का कार्य बिना किसी राजनितिक समर्थन के तो नहीं कर सकता।
इन सभी बातो को देखने बाद ऐसा लगता है कि आसाराम बापू कहीं किसी बड़ी साजिश के शिकार तो नहीं बनाये गए हैं। न्यूज में आया है कि सूरत की दो बहनों ने आरोप लगाया है कि 2002 में उनके साथ आसाराम बापू ने उनके लड़के ने बलात्कार किया और आसाराम बापू की पत्नी भी उसमे शामिल थीं। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। कमाल है।आठ – दस साल बाद इनकी नींद टूटी और तब इन्हें पता लगा कि इनके साथ बलात्कार किया गया था।
यह सब बाते , आरोप एक षड्यंत्र की कड़ी नहीं हैं तो क्या है। कि किसी भी तरह आसाराम बापू की जमानत न हो सके और साथ ही साथ अगर उनका पूरा परिवार जेल में चला जाय फिर पैरवी करने वाला भी कोई नहीं रहेगा,
लगता है सारे के सारे इस समय बहती गंगा में हाथ धोने को बेताब हैं।
कुछ जानने योग्य बातें
· सूर्योदय से पूर्व उठकर स्नान कर लेना चाहिए। प्रातः खाली पेट मटके का बासी पानी पीना स्वास्थ्यप्रद है· तुलसी के पत्ते सूर्योदय के पश्चात ही तोड़ें। दूध में तुलसी के पत्ते नहीं डालने चाहिए तथा दूध के साथ खाने भी नहीं चाहिए। तुलसी के पत्ते खाकर थोड़ा पानी पीना पियें।
· जलनेति से पंद्रह सौ प्रकार के लाभ होते हैं। अपने मस्तिष्क में एक प्रकार का विजातिय द्रव्य उत्पन्न होता है। यदि वह द्रव्य वहीं अटक जाता है तो बचपन में ही बाल सफेद होने लगते हैं। इससे नजले की बीमारी भी होती है। यदि वह द्रव्य नाक की तरफ आता है तो सुगन्ध-दुर्गन्ध का पता नहीं चल पाता और जल्दी-जल्दी जुकाम हो जाता है। यदि वह द्रव्य कान की तरफ आता है तो कान बहरे होने लगते हैं और छोटे-मोटे बत्तीस रोग हो सकते हैं। यदि वह द्रव्य दाँत की तरफ आये तो दाँत छोटी उम्र में ही गिरने लगते हैं। यदि आँख की तरफ वह द्रव्य उतरे तो चश्मे लगने लगते हैं। जलनेति यानि नाक से पानी खींचकर मुँह से निकाल देने से वह द्रव्य निकल जाता है। गले के ऊपर के प्रायः सभी रोगों से मुक्ति मिल जाती है।· आईसक्रीम खाने के बाद चाय पीना दाँतों के लिए अत्याधिक हानिकारक होता है।· भोजन को पीना चाहिए तथा पानी को खाना चाहिए। इसका मतलब यह है कि भोजन को इतना चबाओ कि वह पानी की तरह पतला हो जाये और पानी अथवा अन्य पेय पदार्थों को धीरे-धीरे पियो।· किसी भी प्रकार का पेय पदार्थ पीना हो तो दायां नथुना बन्द करके पियें, इससे वह अमृत जैसा हो जाता है। यदि दायाँ स्वर(नथुना) चालू हो और पानी आदि पियें तो जीवनशक्ति(ओज) पतली होने लगती है। ब्रह्मचर्य की रक्षा के लिए, शरीर को तन्दरुस्त रखने के लिए यह प्रयोग करना चाहिए।· तुम चाहे कितनी भी मेहनत करो किन्तु जितना तुम्हारी नसों में ओज है, ब्रह्मचर्य की शक्ति है उतने ही तुम सफल होते हो। जो चाय-कॉफी आदि पीते हैं उनका ओज पतला होकर पेशाब द्वारा नष्ट होता जाता है। अतः ब्रह्मचर्य की रक्षा के लिए चाय-कॉफी जैसे व्यसनों से दूर रहना चाहिए।· पढ़ने के बाद थोड़ी देर शांत हो जाना चाहिए। जो पढ़ा है उसका मनन करो। शिक्षक स्कूल में जब पढ़ाते हों तब ध्यान से सुनो। उस वक्त मस्ती-मजाक नहीं करना चाहिए। विनोद-मस्ती कम से कम करो और समझने की कोशिश अधिक करो।· •जो सूर्योदय के पूर्व नहीं उठता, उसके स्वभाव में तमस छा जाता है। जो सूर्योदय के पूर्व उठता है उसकी बुद्धिशक्ति बढ़ती है।· नींद में से उठकर तुरंत भगवान का ध्यान करो, आत्मस्नान करो। ध्यान में रुचि नहीं होती तो समझना चाहिए कि मन में दोष है। उन्हें निकालने के लिए क्या करना चाहिए?· मन को निर्दोष बनाने के लिए सुबह-शाम, माता-पिता को प्रणाम करना चाहिए, गुरुजनों को प्रणाम करना चाहिए एवं भगवान के नाम का जप करना चाहिए। भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए कि 'हे भगवान! हे मेरे प्रभु! मेरी ध्यान में रुचि होने लगे, ऐसी कृपा कर दो।' किसी समय गंदे विचार निकल आयें तो समझना चाहिए कि अंदर छुपे हुए विचार निकल रहे हैं। अतः खुश होना चाहिए। 'विचार आया और गया। मेरे राम तो हृदय में ही हैं।' ऐसी भावना करनी चाहिए।· निंदा करना तो अच्छा नहीं है किन्तु निंदा सुनना भी उचित नहीं।
सदस्यता लें
संदेश (Atom)
भारतीय गणना
आप भी चौक गये ना? क्योंकि हमने तो नील तक ही पढ़े थे..!
-
भारत की आजादी के आंदोलन में सक्रिय योगदान देकर एवं तत्कालीन भारत में चल रहे राजनैतिक-सामाजिक परिवर्तन तथा आर्थिक मुक्ति आंदोलन में हिस्सा ले...