गुण्डरदेही विकासखण्ड के 163ग्रामों के 238 शालाओं में तथा ग्राम में परिवारों को एक दिवसीय ओ.आर.एस. (जीवन रक्षक घोल) बनाने की विधि एव उपयोग से अवगत कराया गया जिसके परिणाम स्वरूप 50,000 हजार परिवार 18000 स्कूली बच्चों को प्रशिक्षित किया गया जिसमें ग्रामों की महिला कमाण्डों, स्व-सहायता समूहों तथा मितानिनों ने समिति को सहयोग प्रदान किया। जब घर परिवार में उल्टी-दस्त की शिकायत बढ़ जाती है तब दिमाग काम नहीं करता है ऐसे समय में बच्चा महत्वपूर्ण साबित हो सकता है इस विचार के साथ यह प्रशिक्षण दिया गया जिससे ज्ञात हुआ कि उल्टी-दस्त पर नियंत्रण रहा तथा बालरूपी सेनाओं ने इसका व्यापक प्रचार-प्रसार अपने ग्रामों में किया।
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