छत्तीसगढ़ राज्य की प्रथम महिला श्रीमती वीणा सेठ (धर्मपत्नी तत्कालीन राज्यपाल छत्तीसगढ़ शासन रायपुर) सहयोगी जनकल्याण समिति गुण्डरदेही के संगठन क्षमता एवं कार्यों से प्रभावित होकर अपनी निजी संस्था से सिलाई मशीन समिति को प्रदान किया, इसी प्रकार से सुश्री लता उसेंडी मंत्री महिला व बाल विकास विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 20 सिलाई मशीन स्वीकृत किया गया। प्रारंभिक तौर में उक्त दो सिलाई मशीन को ग्राम पंचायत पिरीद विकासखण्ड गुण्डरदेही में स्थापित कर नि:शुल्क सिलाई प्रशिक्षण दिया गया। केन्द्र के लिए ग्राम पंचायत के सरपंच द्वारा वन उपलब्ध करवाया गया है, सिलाई प्रशिक्षण देने का कार्य ग्राम की ही महिलायें करती हैं। प्रशिक्षणकर्ता सिलाई मशीन का रखरखाव एवं चालू ढंग से व्यवस्थित रखने का सम्पूर्ण खर्च आपस में सहयोग लेकर पूरा करती है। साथ ही बिना गुरू दक्षिणा के ज्ञान नहीं लेते हुए प्रशिक्षणकर्ता अपने प्रशिक्षकों को जो संभव होता है दक्षिणा स्वरूप देती हैं, कभी-कभी नहीं भी देती है। तन-मन-धन से महिलाएँ प्रशिक्षण केन्द्र में आती हैं और प्रशिक्षण प्राप्त करती है तथा ‘‘अपना हुनर अपने हाथ में” कहावत को चरितार्थ करते हुए लेडीज टेलर के सपने को साकार कर रही है। समिति अपने संसाधन और आवश्यकताओं की पूर्ति स्वयं कर रही है और महिला संबलीकरण के क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढ़ा रही है। पिरीद ग्राम में तीस महिलाओं ने अपना नाम सिलाई सीखने हेतु दर्ज करवाया है।
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